बरेली। भमोरा थाना क्षेत्र में बहू को बेचने के शक में चचेरे दादा ने गोली मारकर युवक की हत्या कर दी। हत्या के बाद वहीं पुआल के ढेर पर बैठा रहा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। घटनास्थल से पुलिस ने एक तमंचा और तीन कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी को शक था कि युवक ने उसकी पुत्रवधू को कहीं भेज दिया है। थाना क्षेत्र के गांव इस्लामाबाद निवासी अखिलेश (19) शुक्रवार शाम पांच बजे खाना खाकर घर से बाहर निकला। वहां वह दोस्तों से बात कर रहा था। इसी बीच उसके तहेरे दादा पुत्तन सिंह यादव ने अखिलेश पर फायर झोंक दिया। गर्दन में गोली लगने से अखिलेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
दूसरी गोली मारने की नीयत से आरोपी ने दोबारा तमंचा लोड किया, पर तभी पीछे से आए अखिलेश के पिता अमरपाल ने उसको दबोचकर लोड तमंचा छीन लिया। एक अन्य कारतूस पुत्तन के हाथ में भी मिला। अमरपाल की पकड़ से छूटकर पुत्तन गांव के पश्चिम की ओर में भाग गया। पुलिस पहुंची तो पुत्तन पुआल के ढेर के पास बैठा मिला। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अखिलेश अपने पिता का इकलौता पुत्र था। वह बरेली से आईटीआई कर रहा था। परिजन उसकी शादी की तैयारी में थे। पुत्तन व अमरपाल दोनों इफको फैक्टरी में साथ काम करते हैं। दोनों की ससुराल भमोरा थाना क्षेत्र के गांव त्रिकुनिया में है। पुत्तन के दो पुत्र व दो पुत्रियां हैं। पत्नी की कई वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। बेटियों की शादी हो गई है।
तीन साल पहले पुत्तन अपने बेटे मनीष के लिए दूसरे जिले से बहू लाए थे। इसमें 1.50 लाख रुपये का खर्च आया था। कुछ दिन बाद ही मनीष की पत्नी चली गई। एक वर्ष बाद 1.50 लाख रुपये खर्चकर दूसरी महिला को लाया गया। कुछ दिन बाद दूसरी महिला भी मनीष को छोड़कर चली गई। पुत्तन को शक था कि अखिलेश ने ही उसे कहीं भेज दिया है। इसी वजह से वह रंजिश मानने लगा और अखिलेश की हत्या कर दी। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि प्रथम दृष्टया पारिवारिक विवाद में हत्या का मामला सामने आया है। मौके से तमंचा और कुछ कारतूस बरामद किए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।