उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के लिए 5124 नये पद सृजित, CISF की तर्ज पर बना UPSSF
लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सीआईएसएफ (CISF) की तर्ज पर ‘उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल’ बनाया गया है. प्रदेश के महत्वपूर्ण संस्थानों आदि की सुरक्षा के लिए बनाए गए यूपीएसएसएफ (UPSSF) को जल्दी ही क्रियाशील किए जाने के लिए कुल 5124 नए पदों की मंजूरी मिली है.
यूपीएसएसएफ (Uttar Pradesh Special Security Force) के लिए पहले चरण में 5 वाहिनियों के गठन का निर्णय लिया है, जिसके लिए 5037 पदों का सृजन किया गया है. ये वाहिनियां क्रमशः प्रयागराज, लखनऊ, मथुरा, गोरखपुर और सहारनपुर में स्थापित की जाएंगी. इस विशेष सुरक्षा बल का मुख्यालय लखनऊ में होगा, जिसके लिए 87 पदों की मंजूरी दी गई है.
विशेष बल प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा होगा संचालित
उल्लेखनीय है कि राज्य के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा-व्यवस्था प्रोफेशनल तरीके से सुनिश्चित करने के लिए गठित यह सुरक्षा बल उच्च कोटि की व्यावसायिक दक्षता से सुरक्षा संबंधी कार्यों का निर्वहन करेगा. यह विशेष बल महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों आदि की सुरक्षा आवश्यकताओं के चलते विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मियों द्वारा संचालित होगा.
मुख्यालय के लिए 87 पदों की मिली मंजूरी
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि इस विशेष बल के मुख्यालय के लिए अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, सेनानायक और प्रतिसार निरीक्षक का एक-एक पद रखा गया है. पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक व डीआर के भी दो-दो पद रखे गए हैं. इसके अलावा निरीक्षक एम के 6, उपनिरीक्षक के 18, मुख्य आरक्षी 12 और आरक्षी के 40 पद भी होंगे.
सुरक्षा बल की 5 वाहिनियों के लिए 5037 नए पदों की मंजूरी
अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि इन वाहिनियों के लिए क्रमशः 5 सेनानायक, 5 उप सेनानायक, 25 सहायक सेनानायक, 163 शिविर पाल/दल नायक, 219 उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर, 853 मुख्य आरक्षी/मुख्य आरक्षी आरमोरर, 3219 आरक्षी आरमोरर/बिगुलर, 340 आरक्षी चालक, 5 डीआर, 18 एसआईएम/प्रधान लिपिक/कम्प्यूटर ऑपरेटर और 50 एएसआई के नए पदों का सृजन किया गया है.
इसी क्रम में उक्त वाहिनियों के लिए 5 चिकित्साधिकारी, 10 फार्मेसिस्ट और दूर संचार प्रणाली के लिए (रेडियो शाखा) 5 रेडियो निरीक्षक, 5 रेडियो अनुरक्षण/केंद्र अधिकारी, 95 प्रधान परिचालक, 10 सहायक परिचालक और 5 कार्यशाला सहायक के पदों का भी सृजन किया गया है.
अभी पीएसी वाहिनियों के सेनानायकों दिया अतिरिक्त प्रभार
अपर मुख्य सचिव, गृह ने यह भी बताया कि यूपीएसएसएफ की वाहिनियों के लिए भूमि का चिन्हीकरण और आवासीय/अनावासीय भवनों का निर्माण कार्य होना है. इस कार्य के होने तक अस्थाई रूप से चिन्हित पीएसी वाहिनियों के साथ उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की वाहिनी के तौर पर माने जाने और इन पीएसी वाहिनियों के सेनानायकों को विशेष सुरक्षा बल की वाहिनियों का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.