राष्ट्रीय

आपरेशन गंगा के तहत वापस लाए गए 16 हजार भारतीय, आज आठ विशेष उड़ानें संचालित होने की संभावना

यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच भारत सरकार ने वहां फंसे नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चला रखा है. ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत यूक्रेन और उसके आसपास के देशों से अब तक लगभग 16 हजार भारतीयों को 76 उड़ानों के जरिये सुरक्षित स्वदेश लाया जा चुका है. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने ट्वीट कर यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन गंगा के तहत हमने 76 उड़ानों के माध्यम से 15,920 से अधिक छात्रों को सफलतापूर्वक निकाला है. इस दौरान रोमानिया से 31 उड़ानों के जरिये 6680, पोलैंड से 13 उड़ानों के जरिये 2,822, हंगरी से 26 उड़ानों से जरिये 5,300 और स्लोवाकिया से 6 उड़ानों से जरिये 1,118 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है.

उधर, नागर विमानन मंत्रालय ने बताया कि युद्धग्रस्त यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 1,500 से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए सोमवार को आठ उड़ानें परिचालित की जाएंगी. यूक्रेन का वायु क्षेत्र रूसी हमले के कारण 24 फरवरी से बंद है. यू्क्रेन से बाहर निकल रहे भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड जैसे देशों से विमानों के जरिये स्वदेश लाया जा रहा है.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘ऑपरेशन गंगा के तहत आज (रविवार को) यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 2,135 भारतीयों को वापस लाया गया है.’ बयान में कहा गया है, ‘सोमवार को आठ विशेष उड़ानें बुडापेस्ट (पांच), सुकियवा (दो) और बुखारेस्ट (एक) से परिचालित होने की उम्मीद है. इनके जरिये 1,500 से अधिक भारतीयों को स्वदेश लाया जाएगा.’

यूक्रेन में भारत के दूतावास ने युद्धग्रस्त देश में फंसे सभी भारतीयों से रविवार को, एक ऑनलाइन आवेदन पत्र तत्काल भरने को कहा. दूतावास ने ट्वीट किया, ‘सभी भारतीय नागरिक जो अब भी यूक्रेन में फंसे हैं उनसे अनुरोध है कि वे संलग्न गूगल फॉर्म को तत्काल भरें.’ गूगल आवेदन पत्र में नाम, ईमेल, फोन नंबर, वर्तमान ठिकाना, पासपोर्ट का ब्यौरा, लिंग और उम्र का विवरण देने को कहा गया है. आवेदन में दूतावास ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों की वर्तमान स्थिति बताने को भी कहा है. आवेदन में स्थलों की एक सूची दी गई है और उनमें से चयन का विकल्प दिया गया है.

ऑनलाइन आवेदन में जिन स्थलों की सूची दी गई है वे इस प्रकार हैं- चेरकासी, चेर्निहिव, चेरनिवित्सी, निप्रोपेत्रोव्स्क, दोनेत्स्क, इवानो-फ्रांकिवस्क, खारकीव, खेर्सोन, खमेलनित्स्की, किरोवोग्राद, कीव, लुहांस्क, लवीव, मिकोलेव और ओडेसा. इसके अलावा पोलतावा, रिवने, सूमी, तेरनोपिल, विनित्स्या, वोलिन, जकरपत्या, जापोरोझ्या और झितोमीर को भी सूची में शामिल किया गया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युद्ध ग्रस्त यूक्रेन से अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए गए ‘ऑपरेशन गंगा’ की सफलता का श्रेय वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते प्रभाव को दिया है. सिम्बायसिस विश्वविद्यालय और उसके आरोग्य धाम की स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन समारोह में मोदी ने कहा, ‘हम ऑपरेशन गंगा के तहत युद्ध ग्रस्त क्षेत्र में फंसे हजारों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘यह भारत के बढ़ते प्रभाव का असर है कि हम यूक्रेन के युद्ध ग्रस्त इलाकों से हजारों छात्रों को घर लाने में सफल रहे हैं.’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बड़े-बड़े देशों को भी अपने लोगों को वहां से निकालने में दिक्कत हो रही है.

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