कानपुर: 10 साल के बच्चे ने की 3 साल की बच्ची के साथ रेप की कोशिश, मासूम की हुई मौत
कानपुर के चकेरी में नाबालिग के हैवानियत का शिकार 3 साल की मासूम बच्ची ने शनिवार को दम तोड़ दिया। बच्ची से 22 मई को 10 साल के नाबालिग ने रेप का प्रयास किया था। इसके बाद उसके सिर और पेट में भारी चीज से प्रहार किया। इसके बाद बच्ची को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां मासूम बच्ची 6वें दिन जिंदगी से जंग हार गई।
बच्ची के पेट पर प्रहार से फट गई थी आंतें
चकेरी के कांशीराम कॉलोनी में रहने वाली एक 3 साल की बच्ची 22 मई को घर के बाहर खेल रही थी। दोपहर दो बजे कॉलोनी कैंपस में ही रहने वाला 10 साल का नाबालिग बच्ची को साइकिल से अगवा कर ले गया। उसके साथ हैवानियत का गंदा खेल खेला। बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पकड़े जाने के डर से बच्ची के सिर, चेहरे और पेट पर किसी भारी वस्तु से प्रहार किया। इसके बाद मरणासन्न समझकर उसे एक सूखे गटर में फेंक कर भाग निकला।
बच्ची के काफी देर तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश शुरू की। तब पता चला कि अंतिम बार उसे मोहल्ले के 10 साल के बच्चे के साथ साइकिल से देखा गया था। सूचना पर पहुंची चकेरी पुलिस ने सख्ती से पूछताछ तब पता चला कि नाबालिग ने ही बच्ची के साथ हैवानियत की कोशिश की। फिर उसे मरणासन्न करके सूखे गटर में फेंक कर भाग निकला था। इसके बाद से बच्ची का हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में इलाज चल रहा था। बच्ची के सिर पर गंभीर चोट के निशान थे, पेट पर प्रहार करने से उसकी आतें फट गई थी। इसके साथ ही पूरे शरीर पर जख्म के निशान थे। डॉक्टरों ने एक दिन पहले ही आंत का ऑपरेशन किया था, लेकिन हैवानियत का शिकार बच्ची शनिवार को जिंदगी की जंग हार गई। दोपहर में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चकेरी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
मौत की खबर मिलते ही मां गश खाकर गिरी
मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। छह दिन से बच्ची को बचाने के लिए डॉक्टरों के साथ परिजन भी अस्पताल में संघर्ष कर रहे थे। लेकिन शनिवार दोपहर को मौत की खबर मिली तो मां गश खाकर रोड पर गिर पड़ी। पिता भी बदहवास हैं, मृतक बच्ची के दो भाई और बहन भी रो-रो कर बेहाल हो गए। परिवार और मोहल्ले के लोगों ने किसी तरह सभी को संभाला।
एक दिन पहले आरोपी बच्चा भेजा गया बाल संप्रेक्षण गृह
वारदात वाले दिन चकेरी थाने की पुलिस ने बच्चे को हिरासत में लिया था, लेकिन पुलिस को पता ही नहीं था कि आखिर बच्चे को कहां पेश करना है। चकेरी पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड के सामने बच्चे को पेश किया। तब पता चला कि बच्चे को जुवेनाइल कोर्ट में पेश करना है। चकेरी पुलिस बच्चे को लेकर जुवेनाइल कोर्ट पहुंची तो मजिस्ट्रेट ने चकेरी थाने की पुलिस को फटकार लगाकर भगा दिया।
पुलिस बच्चे की उम्र से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं लेकर पहुंची थी। उसका मेडिकल भी नहीं कराया था। इसके बाद चकेरी पुलिस को बच्चे का उम्र की जानकारी के लिए मेडिकल कराने की प्रक्रिया में पांच दिन लग गए और आखिर शुक्रवार को उसे जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया और फिर उसे बाल संप्रेक्षण गृह में भेज दिया गया।