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टेरिटोरियल आर्मी की महिला अफसरों की LoC पर होगी तैनाती, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी मंजूरी

नियंत्रण रेखा यानी LOC पर अब सेना महिलाओं की रक्षा पंक्ति खड़ी करेगी. ये महिलाएं अब सेना की टेरिटोरियल आर्मी (TA) का हिस्सा होंगी. रक्षा मंत्री ने दी फैसले को हरी झंडी दिखा दी है. उन्होंने बड़ा कदम उठाते हुए नियंत्रण रेखा पर टेरिटोरियल आर्मी की महिला अधिकारियों की तैनाती को मंजूरी दे दी है. बताया गया है कि ये टेरिटोरियल आर्मी की महिलाएं अब यूनिट्स और नियुक्तियों की एक वाइडर रेंज में अपने पुरुष समकक्षों के समान शर्तों के तहत सेवा और प्रशिक्षण देंगी.

टेरिटोरियल आर्मी ने 2019 से इकोलॉजिकल टास्क फोर्स यूनिट्स, टीए ऑयल सेक्टर यूनिट्स और टीए रेलवे इंजीनियर रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की कमीशनिंग शुरू की थी. इस अवधि के दौरान मिले अनुभव के आधार पर टीए में महिला अधिकारियों के लिए और अधिक रोजगार का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.

क्या है टेरिटोरियल आर्मी

टेरिटोरियल आर्मी नियमित भारतीय सेना के बाद रक्षा की दूसरी पंक्ति है. यह कोई पेशा, व्यवसाय या रोजगार का सोर्स नहीं है. यह केवल उन लोगों के लिए है जो पहले से ही मुख्य सिविलियन प्रोफेशन में हैं. वास्तव में टेरिटोरियल आर्मी में शामिल होने के लिए एक सिविल प्रोफेशन में लाभकारी रोजगार या स्वरोजगार एक शर्त है. टेरिटोरियल आर्मी के वॉलिंटियर आमतौर पर हर साल कुछ दिनों के लिए वर्दी में सेवा करते हैं, ताकि वे सख्त जरूरत या राष्ट्रीय आपात स्थिति के समय राष्ट्रीय रक्षा के लिए हथियार उठा सकें.

टेरिटोरियल आर्मी मिले अबतक ये सम्मान

बताया गया है कि 1990 के दशक की शुरुआत से टेरिटोरियल आर्मी की यूनिट्स ने जम्मू और कश्मीर, पूर्वोत्तर और भारत की उत्तरी व पश्चिमी सीमाओं के साथ सक्रिय सेवा दी है. टेरिटोरियल आर्मी 29 जुलाई 1987 से 24 मार्च 1990 तक श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स (IPKF) का हिस्सा थी. लगभग 75 फीसदी टीए यूनिट्स जम्मू और कश्मीर व उत्तर-पूर्व में काउंटर इंसर्जेंसी के माहौल में तैनात रही हैं. ये उग्रवाद उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने और पेशेवर रूप से अपने संबंधित कार्यों को पूरा करने में एक आवश्यक भूमिका निभाती रही हैं.

अब तक टेरिटोरियल आर्मी को कई ‘सम्मान और पुरस्कार’ मिल चुके हैं. इसमें अशोक चक्र (1), परमवीर चक्र (1), कीर्ति चक्र (1), अति विशिष्ट सेवा मेडल (6), वीर चक्र (5), शौर्य चक्र ( 5), युद्ध सेवा मेडल (1), सेना मेडल (78), विशिष्ट सेवा मेडल (28), मेंशन-इन-डिस्पैच (17) और थलसेनाध्यक्ष प्रशंसा पत्र (280) शामिल हैं.

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