भोजन का पैसा नहीं मिला तो छात्रों ने प्रिंसिपल साहब को बना लिया बंधक, बंद कर लगा दिया ताला
कोरोना काल के दौरान यूपी सरकार ने सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मध्यान भोजन का भुगतान दिया था. बलिया के एक इलाके के सरकारी स्कूल के बच्चों को वह पैसा नहीं मिला. मांगने पर स्कूल प्रिंसिपल हर बार बच्चों को नजरअंदाज कर देते थे. गुस्से में आकर बच्चों ने प्रिंसिपल सहित सभी पूरे स्टाफ को स्कूल के कमरे में बंद कर दिया.
दरअसल पूरा मामला बैरिया शिक्षा क्षेत्र के दुर्जनपुर कम्पोजिट विद्यालय का है जहां छात्रों ने सभी शिक्षकों को बंधक बना लिया. कक्षा 8वीं में पढ़ने वाला छात्र धीरज ने बताया कि कोविड-काल मे मिलने वाले एमडीएम के पैसे अभी तक किसी भी छात्र को नहीं मिले हैं.
हमने कई बार स्कूल प्रिंसिपल और शिक्षकों को पैसे देने के बारे में कहा तो हर बार सभी हमें नजर अंदाज कर देते थे और 2-3 महीने बाद पैसे लेने का बोलते थे. इसलिए हमने प्रिंसिपल सहित सभी शिक्षकों को स्कूल के कमरे में बंद कर दिया है. जब तक उच्च अधिकारी नहीं आते हैं तो सभी इसी तरह बंद रहेंगे.
प्रधान के समझाने पर माने बच्चे
बच्चों की इस हरकत का पूरे इलाके के हंगामा हो गया. इसके बाद स्कूल के बाहर भीड़ लग गई. इलाके के प्रधान भी स्कूल पहुंचे. उन्होंने बच्चों से बात की और समझाया. इसके बाद बच्चों ने सभी स्टाफ को कमरे से बाहर आने दिया.
प्रिंसिपल ने कही यह बात
दुर्जनपुर कम अपोजिट विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक जयप्रकाश यादव ने बताया कि चौथे चरण का बच्चों का पैसा नहीं आया है. इस मामले से उच्च अधिकारी को अवगत कराया गया है. जल्द ही बच्चों को उनका पैसा मिल जाएगा