नैनीताल की विजिलेंस टीम ने सोमवार को कालागढ़ के डीएफओ रहे किशनचंद की तलाश में टीपीनगर स्थित आस्था नर्सिंग होम में छापा मारा। किशनचंद पर कालागढ़ में पेड़ों के कटान सहित अन्य अनियमितताओं के आरोप में केस दर्ज है। करोड़ों के घोटाले के आरोप में उनके खिलाफ जांच चल रही है। इसी मामले में विजिलेंस की टीम सोमवार को उनके भाई जितेंद्र से पूछताछ की।
टीपीनगर इंस्पेक्टर संतशरण सिंह के मुताबिक मूलरूप से मलियाना निवासी किशनचंद कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग में डीएफओ थे। वह करीब 20 साल से नंद विहार ज्वालापुर हरिद्वार में रह रहे हैं। बताया कि सोमवार को उत्तराखंड विजिलेंस सेक्टर नैनीताल की टीम थाने पहुंची और टीम प्रभारी दरोगा अनिल सिंह ने किशनचंद की गिरफ्तारी के वारंट के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि डीएफओ पर अवैध रूप से पेड़ों का कटान करने, फर्जी बिलों से ठेकेदारों को भुगतान करने सहित अन्य तरह से गोलमाल के आरोप में केस दर्ज है। इसके बाद टीम स्थानीय पुलिस के साथ किशनचंद के छोटे भाई जितेंद्र के आस्था नर्सिंग होम पर पहुंची। टीम ने जितेंद्र से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि किशनचंद कई साल से यहां नहीं आए हैं। उन्हें मुकदमे के बारे में भी जानकारी नहीं है।
इसके बाद टीम उनके पुश्तैनी मकान मलियाना स्थित कुंआखेडा और श्याम अपार्टमेंट में जांच के लिए पहुंची लेकिन डीएफओ के बारे में कोई पता नहीं चल सका। टीम ने काफी देर तक किशनचंद की संपत्ति के बारे में भी जानकारी की। इसके बाद टीम लौट गई।
किशनचंद की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
कुमाऊं विजिलेंस के सीओ अनिल मनराल ने बताया कि किशनचंद से जुड़े सभी संभावित ठिकानों पर छापामारी की जा रही है। वहीं जहां-जहां आरोपी की संपत्ति है उनकी जानकारी भी एकत्र की गई है। साथ ही इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट भी शासन को भेज दी है। अनुमति मिलते ही कुर्क की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
साथ देने वाले पर भी होगी कार्रवाई
सीओ अनिल मनराल के मुताबिक कुमाऊं विजिलेंस की टीम किशनचंद की तलाश में उत्तराखंड और यूपी के दस ठिकानों पर छापा मार चुकी है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उसके सगे-संबंधियों, रिश्तेदारों व परिचितों को भी जानकारी दी जा रही है। ऐसे में अगर कोई भी व्यक्ति सामने आता है जिसने उसकी मदद की हो, या उसे संरक्षण दिया हो और उसके खिलाफ पुख्ता साक्ष्य विजिलेंस को मिलते हैं तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यहां पर विजिलेंस टीम मार चुकी है छापा
1- किशनचंद के हरिद्वार स्थित स्टोन क्रेशर में
2- किशनचंद की पत्नी के नाम पर संचालित बृजरानी इंटरनेशनल स्कूल व ट्रस्ट में
3- हरिद्वार के 56 आनंद विहार और ज्वालापुर स्थित ठिकाने पर
4- दिल्ली, गाजियाबाद के ठिकानों पर
5- देहरादून के बसंत विहार कॉलोनी में
6- मेरठ के कुआंखेड़ा, मलियाना, श्याम अपार्टमेंट में
7- भाई के आस्था अस्पताल में
8- सहारनपुर समेत अन्य ठिकानों पर भी
हाईकोर्ट से स्टे खारिज होने के बाद से किशनचंद गिरफ्तारी से बचने के लिए फरार चल रहा है। विजिलेंस ने जांच साक्ष्यों के आधार पर एनबीडब्ल्यू भी जारी करा लिया है। टीम की दबिश लगातार जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
– अनिल मनराल, सीओ कुमाऊं विजिलेंस, हल्द्वानी