नहीं रहे सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील फली एस नरीमन, 95 की उम्र में ली अंतिम सांस
सुप्रीम कोर्ट के दिग्गज वकील और देश के पूर्व ASG फली एस नरीमन का 95 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया. वह इंदिरा सरकार के समय देश के एडिशन सॉलिसिटर जनरल (ASG) रहे. उनके निधन पर पीएम मोदी ने कहा,’श्री फली नरीमन जी सबसे उत्कृष्ट कानूनविद और बुद्धिजीवियों में से थे. उन्होंने अपना जीवन आम नागरिकों के लिए न्याय सुलभ कराने के लिए समर्पित कर दिया. उनके निधन से मुझे दुख हुआ है. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं.’
उन्हें याद करते हुए सीनियर वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वे एक लिविंग लीजेंड थे, जिन्हें कानून और सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोग हमेशा याद करेंगे. अपनी उपलब्धियों के अलावा नरीमन हमेशा अपने सिद्धांतों के लिए अटल रहे.
नरीमन ने नवंबर 1950 में बॉम्बे हाई कोर्ट से वकील के तौर पर अपने करीयर की शुरुआत की थी. 1961 में उन्हें वरिष्ठ वकील नामित किया गया. उन्होंने 70 साल से ज्यादा समय तक कानूनविद के तौर पर काम किया. उन्हें जनवरी 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया जा चुका है.
नरीमन को याद करते हुए सिंघवी ने कहा,’नरीमन ने कहा था कि इंसानों की गलती पर ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ सेंटेंस का इस्तेमाल घोड़ों का अपमान है. घोड़ा बहुत वफादार जानवर है. वह इतिहास के गूढ़ रहस्य खोज निकालते थे और बोलते समय अपनी बुद्धि से उन्हें बेहतरीन ढंग से पेश करते थे.’
कांग्रेस नेता और सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने भी उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें भारत का महान सपूत बताया. सिब्बल ने कहा,’नरीमन न केवल हमारे देश के सबसे महान वकीलों में से एक थे, बल्कि वह बेहतरीन इंसान भी थे. वे सबके लिए एक महान व्यक्ति की तरह खड़े रहते थे. उनके बिना कोर्ट के गलियारे कभी भी पहले जैसे नहीं रहेंगे. उसकी आत्मा को शांति मिलें.’