सर्वशिक्षा अभियान के तहत ईएमसीटी की ज्ञानशाला में शिक्षा को सरल और सुगम बनाने के लिए किए जा रहे है हर सम्भव प्रयास।
ईएमसीटी(एथोमार्ट चेरिटबल ट्रस्ट) ज्ञानशाला में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये लगातार प्रयास किए जा रहे है और बच्चो को हर संभव तरीक़े से शिक्षा को सरल और सुगम बनाया जा रहा है।
ईएमसीटी ज्ञान शाला की एजुकेशन प्रोग्राम मैनेजर सरिता सिंह और अध्यापिका सरिता सिंह ने बताया कि हमने अपनी कक्षाओं को दो भागो में बाटा है जिसमे एक ग्रुप में तीन साल से छह साल तक के बच्चे पढ़ते है और दूसरे ग्रुप में छह साल से बड़े बच्चो को पढ़ाया जाता है हमारी ज्ञान शाला बच्चों में काफ़ी सुधार है और यह बच्चे हर दिन कुछ नया सीखते है। बच्चो को उनकी आयु के हिसाब से ही हम प्लानर बना कर पढ़ाते है ज्ञानशाला के क़रीब 100 बच्चों के मौखिक और लिखित शैलियों पर ध्यान दिया जाता है, साथ ही बच्चो को पौष्टिक फ्रूट या जूस भी दिया जाता है।
संस्था की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया की बड़े बच्चो की स्किल को मज़बूत करने के लिए हमने बच्चो को कौशल कला की कई हस्तशिल्प की वस्तुयें बनाना भी सिखायी है यह कार्य बच्चे शनिवार के दिन आर्ट एंड क्राफ्ट की कक्षा के दौरान सीखते है , ताकि बच्चे पढ़ायी के साथ साथ बड़े होकर आत्मनिर्भर भी बन सके।