Hardoi: बेटी के अफेयर से परेशान होकर पिता ने की हत्या, कुत्ते के पिल्ले को घायल कर रची भाई को फंसाने की साजिश
हरदोई जिले के पचदेवरा थाना क्षेत्र में हुई किशोरी की हत्या का खुलासा पुलिस ने गुरुवार को कर दिया। पत्नी और छोटे भाई की पत्नी की हरकत से आजिज आकर महज शंका के आधार पर पिता ने ही बेटी की हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। खुलासा करने वाली टीम को एसपी ने 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
पचदेवरा थाना क्षेत्र के बिसौली के जंगलों में एक जुलाई की सुबह किशोरी का शव पड़ा मिला था। गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। कुछ घंटों बाद किशोरी की शिनाख्त हथौड़ा गांव निवासी अनंगपाल सिंह की पुत्री मोहिनी (15) के रूप में हुई थी। अनंगपाल सिंह ने छोटे भाई, उसकी पत्नी, छोटे भाई के कथित प्रेमी और उसके भाई के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। अनंगपाल का आरोप था कि छोटे भाई की पत्नी के संबंध गांव के ही युवक से थे। मोहिनी इसका विरोध करती थी इसलिए चारों ने मिलकर मोहिनी की हत्या कर दी और शव फेंक दिया।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और अनंगपाल को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने हर बार बयान बदल दिए। अलग-अलग बिंदुओं पर जांच करने के दौरान पुलिस को अहम सबूत मिले और यह स्पष्ट हो गया कि मोहिनी की हत्या पिता अनंगपाल ने ही की है। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार की सुबह हथौड़ा चौराहा के पास से अनंगपाल सिंह उर्फ अन्नू को हिरासत में ले लिया।
एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि पूछताछ के दौरान अनंगपाल ने पुलिस को घटना की जो वजह बताई वह चौकाने वाली है। अनंगपाल का कहना है कि उसकी पत्नी कई वर्ष पहले उसे छोड़कर प्रेमी के साथ चली गई थी। छोटे भाई की पत्नी के भी प्रेम संबंध गांव में हो गए थे। उसे शंका थी कि उसकी बेटी भी किसी से फोन पर बात करती है और वह कहीं किसी के साथ चली न जाए इसलिए उसकी हत्या कर दी। खुन्नस में उसने छोटे भाई, उसकी पत्नी, प्रेमी और उसके भाई के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया था। एसपी ने बताया कि खुलासा करने में सीओ शाहाबाद हेमंत उपाध्याय, पचदेवरा पुलिस, स्वाट, एसओजी और सर्विलांस टीम ने अहम योगदान किया है। इन सभी को 20 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।
सच बताकर बोला, बोझा उतर गया
गुरुवार की सुबह जब पुलिस ने हिरासत में लेकर अनंगपाल से पूछताछ की तो वह टूट गया और उसने सच्चाई बता दी। हकीकत बताने के बाद उसने पुलिस कर्मियों से कहा कि छह दिन से सिर पर बहुत बोझ था। सच बताने के बाद अब बोझा उतर गया। इतना ही नहीं जब उसे बताया गया कि पत्रकार वार्ता होगी और उसमें तुम्हें पेश किया जाएगा तो अनंगपाल ने पुलिस कर्मियों से कहा कि कपड़े दूसरे मंगवा दो, ये बहुत गंदे हैं। इस पर उसके घर से कपड़े मंगवाकर दे दिए गए। आरोपी ने यह भी कहा कि जो किया उसको लेकर कोई पछतावा नहीं है।
गांव के घायल कुत्ते से पुलिस को मिला अहम सुराग
महकमे से जुड़े विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि घटना के खुलासे में पुलिस को गांव के एक घायल कुत्ते की वजह से भी अहम सुराग मिले। दरअसल, घटना का पता चलने पर जब एसपी राजेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे थे तो अनंगपाल के मकान के आंगन में खून पड़ा मिला था। तब यह माना जा रहा था कि खून मोहिनी का ही है। फोरेंसिक टीम ने इसका नमूना भी लिया था। बाद में जब जांच हुई तो पता चला कि खून इंसान का है ही नहीं, बल्कि कुत्ते का है। इस पर गांव में घायल कुत्ते खोजे गए, तो वह मिल गया। इसके खून का नमूना लेकर मिलान घटना के दिन लिए गए नमूने से कराया गया तो दोनों एक निकले। इसके बाद पुलिस ने घायल कुत्ते का विधिवत इलाज कराया और उसकी मरहम पट्टी भी की गई। पुलिस को भी अनंगपाल ने बताया कि कुत्ते को ही घायल कर बरगलाने के लिए खून डाला था।
पहले रस्सी से घोटा गला फिर दराती से गला काटा
पुलिस के अनुसार वारदात वाले दिन अनंगपाल के सिर पर खून सवार था। उसने तय कर लिया था कि बेटी की हत्या करनी है। रिश्तेदारी में चलने की बात कहकर वह बेटी को लेकर घर से निकला था। बिसौली के जंगल में बेटी के दुपट्टे से ही उसका गला घोट दिया और घर वापस आ गया। बाद में उसे शंका हुई कि हो सकता है मोहिनी अभी जिंदा हो। इस पर उसने घर से दराती उठाई और फिर मौके पर गया। वहां दराती से गला रेतने के बाद पेट पर भी वार कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि गला दबाने की कोशिश हुई थी, लेकिन मौत धारदार हथियार से गला रेतने के कारण हुई।