गाजियाबाद में चोरों ने कर दी हद, जमीन से 20 फीट ऊपर एलिवेटेड रैपिड रेल ट्रैक से 1000 प्लेटें चोरी
नोएडाः भारत सरकार के ड्रीम प्रॉजेक्ट दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल परियोजना में भी चोरों ने सेंध लगा दी है। साहिबाबाद से वैशाली के बीच बन रहे रेलवे ट्रैक से करीब 20 लाख रुपये की लोहे की प्लेटें चुरा ली गईं। ये प्लेटें रेलवे पटरी के नीचे लगाई जानी थीं। निजी सिक्युरिटी गार्ड्स की तैनाती के बावजूद चोरी की इस घटना ने प्रॉजेक्ट की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। निर्माण कार्य कराने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी की ओर से थाना लिंक रोड में अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
दिल्ली-मेरठ रेल कॉरिडोर की लंबाई 82 किलोमीटर है। पहले फेज में इसका संचालन गाज़ियाबाद के साहिबाबाद से दुहाई के बीच होना है। एलएंडटी कंपनी की ओर से साहिबाबाद से वैशाली के बीच रेलवे ट्रैक के निर्माण का काम अपूर्वा कृति इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी को दिया गया है। कंपनी के प्रशासनिक अधिकारी सुनील सोलंकी व कंस्ट्रक्शन मैनेजर चंद्रशेखर वर्मा बीते 2 मार्च को साइट पर गए तो वहां से 687 प्लेटें गायब मिलीं। 7 मार्च को दोबारा गए तो 414 प्लेटें चोरी हो चुकी थीं। कंस्ट्रक्शन कंपनी पदाधिकारियों की ओर से वहां काम करने वाले मज़दूरों, स्टाफ व सिक्युरिटी गार्ड्स से पूछताछ की गई तो वे इसके बारे में कुछ नहीं बता पाए। यहां चार प्राइवेट गार्ड्स की ड्यूटी लगाई गई है। प्रॉजेक्ट में इस्तेमाल होने वाले महंगे संसाधन के साथ ही अन्य तरह की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी भी इन्हीं के ज़िम्मे है। इसके बावजूद यहां चोरी हो गई।
इतनी ऊंचाई तक कैसे पहुंचे चोर
रैपिड रेल प्रॉजेक्ट का निर्माण लिंक रोड के किनारे चल रहा है। साहिबाबाद से वैशाली के बीच की लंबाई ढाई किलोमीटर है। जिस जगह रेल पटरी बिछाने का काम हो रहा है, उसकी ऊंचाई ज़मीन से करीब 20 फुट ऊपर है। ऐसे में यह बात हैरान करने वाली है कि चोर इतनी ऊंचाई तक पहुंचे कैसे। सुनील सोलंकी ने बताया कि गार्ड्स नीचे रहते हैं, जिसका फायदा उठाकर चोरों ने वारदात की। उन्होंने बताया कि साहिबाबाद स्टेशन व कंट्री इन होटल के पास ऊपर चढ़ने का रास्ता है। कंट्री इन के पास लोहे के एंगल से अस्थाई सीढियां बनाई गई हैं, मज़दूर ऊपर चढ़ने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि चोरों ने इनमें से ही किसी रास्ते का इस्तेमाल किया होगा।
शिकायत के आधार पर थाना लिंक रोड में अज्ञात चोरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। पटरी से लोहे की भारी प्लेटों को चुराया जाना आसान नहीं है। निर्माण कार्य से जुड़े लोगों से पूछताछ के साथ ही चोरों का पता लगाया जा रहा है।
कौशांबी-वैशाली मेट्रो रूट पर भी हुई थी चोरी
पिछले साल 3 दिसंबर में चोरों ने कौशांबी-वैशाली मेट्रो रूट से सिग्नल दिए जाने वाली पीएवी केबल काटकर चुरा ली थी। कुछ घंटे की मशक्कत के बाद केबल बदलकर मेट्रो का संचालन सुचारू किया जा सका था। हैरानी की बात थी कि चोरों ने इतनी ऊंचाई पर चढ़ कर चोरी कैसे की, क्योंकि जिस जगह केबल काटी गई वहां जाने का कोई रास्ता नहीं था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज तो की, लेकिन चोरों का अभी तक सुराग नहीं लगा।
पुलिस के दावों की खुली पोल
चोरी की इस घटना से पुलिस के चौकसी के दावों की पोल खुल गई है। साहिबाबाद में जिस जगह रैपिड रेल का स्टेशन बनाया जा रहा है वहां से कुछ ही दूरी पर डीसीपी ट्रांस हिंडन का कार्यालय है। यहां चौबीसों घंटे पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं। पुलिस लगातार गश्त की बात भी कहती है।