तकनीकी शिक्षण संस्थानों में मेधावी छात्रों के लिए होंगी दो अतिरिक्त सीटें, एआइसीटीई ने की घोषणा- दाखिले के लिए मापदंड तय
नयी दिल्ली: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उससे संबद्ध सभी तकनीकी संस्थान मेधावी छात्रों के लिये दो अतिरिक्त सीटों की व्यवस्था करेंगे ।
एआईसीटीई के बयान के अनुसार, ये सीटें परिषद के दिशाानिर्देशों एवं नियमों के तहत प्रतिभाशाली छात्रों के लिये होंगी।
इसमें कहा गया है कि दो अतिरिक्त सीट का प्रावधान करने का मकसद मेधावी छात्रों को सशक्त बनाना और ऐसे छात्रों को अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग करने में मदद करना है।
परिषद ने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में रचनात्मकता, विविधता एवं नवाचार को बल प्रदान करने के लिये दो अतिरिक्त सीट की घोषणा की गई है।
एआईसीटीई ने ऐसे छात्रों की पहचान करने के लिये मानदंडों को परिभाषित किया है। इसके तहत छात्र अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार विजेता हो, उसका शोधपत्र प्रकाशित हुआ हो । वह हैकाथन विजेता या वैश्विक/बहुराष्ट्रीय/गैर सरकारी संस्थान से नवाचार के लिये पोषित छात्र हो सकता है।
बयान के अनुसार, इस योजना का जिक्र करते हुए एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि रचनात्मक कौशल से परिपूर्ण एवं प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान कर नवचार को बढ़ावा देने की जरूरत काफी समय से महसूस की जा रही थी और उपयुक्त माहौल के अभाव में मेधावी छात्रों की प्रतिभा सामने नहीं आ पाती थी ।
उन्होंने कहा कि नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी कौशल विकास एवं रचनात्मकता को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि ऐसे में यह जरूरी है कि उच्च क्षमता वाले छात्रों की पहचान कर उन्हें उच्च शिक्षण संस्थानों में अवसर प्रदान किया जाना चाहिए ।