मृतक का दोस्त हमले में हुआ घायल
हमलावारों की तलाश में जुटी पुलिस
जीरकपुर। मोहाली के जीरकपुर में एक युवक की सरेराह हत्या कर दी गई। जीरकपुर के पटियाला चौक पर वीरवार देर रात मुस्तकीन ढाबे के पास 22 वर्षीय युवक की करीब दस युवकों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान आकाशदीप सिंह के रूप में हुई है। इस हमले में मृतक का दोस्त 29 वर्षीय राजविंदर भी घायल हुआ है। दोनों मूलरूप से गुरदासपुर के रहने वाले हैं और पटियाला चौक के पास किराए के घर में रह रहे थे। वारदात वीरवार रात करीब 10:43 बजे की है।
बताया जा रहा है कि करीब चार हमलावर एक्टिवा पर आए थे, जिनके हाथों में चाकू व किरच थीं। आकाशदीप के दिल व कमर पर चाकू से वार किए गए हैं। राजविंदर के सिर पर किरच से वार के जख्म हैं। राजविंदर के सिर पर 8 टांके लगे हैं। आकाशदीप हमलावरों से बचने के लिए भागता रहा और चौक पर लडखड़ाकर गिर गया, जहां आरोपियों ने ताबड़तोड़ चाकू से वारकर लहुलूहान कर दिया। उसे इलाज के लिए जीएमसीएच-32 चंडीगढ़ ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
हमले में घायल राजविंदर ढकोली अस्पताल में उपचाराधीन है। इस मामले में राजविंदर के बयान पर जीरकपुर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों के अनुसार एक हमलावर की पहचान लोहगढ़ के रहने वाले सिमू के रूप में हुई है, जबकि दस अज्ञात हैं। सीआईए की टीम हमलावारों की तलाश में जुटी है।
वीरवार रात करीब 10.43 बजे आकाशदीप और उसका दोस्त राजविंदर मुस्तकीन ढाबे के पास शराब के ठेके पर बीयर पीने आए थे। उसके बाद खाना खाने जाना था। वह बीयर पी रहे थे तो वहां पहले से मौजूद चार लड़कों से आकाशदीप की किसी बात पर बहस हो गई। सभी आकाशदीप से झगड़ने लगे। इसी बीच कुछ और युवक भी वहां एक्टिवा पर आ पहुंचे। उनके हाथों में चाकू व किरच थीं। उन्होंने बहस कर रहे आकाशदीप पर चाकू व किरच से हमला कर दिया। इस दौरान आकाशदीप के दिल व कमर पर चाकू से कई वार किए गए। उनकी कमीज फटकर गिर गई।
आकाशदीप को लहूलुहान देख जब राजविंदर बचाने आया तो उन्होंने उसके सिर पर भी किरच से वार कर दिया। दोनों जान बचाने के लिए वहां से भागे। रजिंदर अंबाला साइड की तरफ भागा और आकाशदीप नंगे बदन पटियाला चौक की तरफ। पटियाला चौक पर आकाशदीप लड़खड़ाकर गिर गया। वह जमीन पर खून से लथपथ बिलखता रहा और हमलावर उस पर चाकुओं से वार करते रहे। इसके बाद हमलावर वहां से फरार हो गए। कुछ लोगों ने एक ऑटो कर आकाशदीप को जीएमसीएच-32 पहुंचाया।