गाजियाबाददिल्ली/एनसीआर

बैंक की गलती से तोड़ा गया था गलत लॉकर, असली लॉकर में सुरक्षित मिले महिला के 70 लाख के गहने

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट इलाके की नेहरू नगर कॉलोनी में स्थित पीएनबी बैंक की शाखा के एक लॉकर से ₹70 लाख के जेवरात चोरी होने का मामला सामने आया था। लेकिन अचानक ही इस मामले में एक और नया मोड़ सामने आया। इस मामले में गहन जांच के बाद पता चला। कि महिला का लॉकर दूसरी सीरीज वाले नंबर में था और बैंक कर्मियों ने किसी दूसरे शख्स का लॉकर का लॉक तोड़ दिया।जब दूसरी सीरीज वाले नंबर को चेक किया गया।तो महिला के 70 लाख रुपए के गहने उसमें सुरक्षित पाए गए।बहराल इस पूरे मामले में बैंक कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।उधर पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए बैंक प्रबंधन पर कार्रवाई के लिए विधिक राय लेने में जुटी हुई है।

आपको बताते चलें कि प्रियंका गुप्ता पत्नी समीर गुप्ता जो कि थाना सिहानी गेट इलाके की अशोक नगर कॉलोनी में रहती हैं।जिनका खाता नेहरू नगर स्थित पीएनबी की शाखा में पिछले 20 वर्षों से खुला हुआ है।यहीं पर उन्होंने अपने जेवरात और कीमती सामान सुरक्षित रखने के लिए एक लॉकर भी लिया हुआ है।प्रियंका गुप्ता के मुताबिक उन्होंने 2019 में आखिरी बार अपने लॉकर का इस्तेमाल किया।उसके बाद कोरोना का ल्क चलते वह अपने बैंक करीब डेढ़ साल तक नहीं पहुंची।जब वह अक्टूबर 2021 में अपने बैंक गई और लॉकर खोला तो उनकी चाबी नहीं लगी, तो वह वापस आ गईं और इसकी शिकायत बैंक प्रबंधन से की।उसके बाद वह 26 फरवरी को फिर से बैंक पहुंची तो तब भी उनका लॉकर नहीं खुला।जिसका उन्होंने विरोध किया।बैंक प्रबंधन ने उनकी जल्द समस्या का समाधान करने की बात कही और 28 फरवरी को बैंक प्रबंधन ने लॉकर कंपनी के इंजीनियर को बुलवाकर लॉकर का ताला तुड़वाया। लेकिन उसमें करीब ₹6 लाख की कीमत के जेवरात एक पीले रंग की पोटली में बंधे मिले।जबकि प्रियंका गुप्ता ने बताया कि करीब 70 लाख रुपए के गहने उनके लॉकर में रखे हुए थे और यह बैंक कर्मियों की मिलीभगत से चोरी कर लिए गए।इसकी रिपोर्ट भी प्रियंका गुप्ता ने थाना सिहानी गेट में दर्ज कराई। उधर पुलिस इस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी हुई थी और बैंक प्रबंधन की भी नींद उड़ी हुई थी।बहरहाल तमाम माथापच्ची के बाद बैंक प्रबंधन ने दूसरी सीरीज के लॉक के लॉकर को चेक किया, तो उस लाकर में महिला के 70 लाख रुपए के गहने सुरक्षित पाए गए।जिसे देखकर महिला समेत तमाम बैंक कर्मी हैरान रह गए और महिला को बताया गया कि गलती से दूसरी सीरीज वाले लॉकर को तुड़वाया गया था। जबकि प्रियंका गुप्ता का वह लॉकर नहीं था।

उधर अब इस पूरे मामले में थाना सिहानी गेट के थाना अध्यक्ष सौरभ विक्रम सिंह का कहना है।कि बैंक में लॉकरों के लिए अल्फाबेटिकल के अनुसार नंबर दिए गए हैंऔर लॉकर पर नंबर तो लिखा है।लेकिन उस पर अल्फाबेटिकल सीरीज नहीं लिखी गई।जिसके कारण महिला गलती कर बैठी और दूसरी लॉकर मैं चाबी लगा दी।यानी महिला जिस लॉकर को महिला खोलना चाहती थी।वह लॉकर इनका नहीं था।इस पूरे मामले में बैंक अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है।उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में बैंक प्रबंधन पर विधिक कार्यवाही की राय ली जा रही है। विधिक राय के बाद बैंक प्रबंधन पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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