कोतवाली में गाड़ दिया तंबू, खिचड़ी भी पकी, 7 घंटे तक चला राकेश टिकैत का धरना; जानें कैसे शांत हुआ बवाल
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खाने के बिल को लेकर हुए विवाद में धनसैनी गांव के प्रधान सन्नी चौधरी और उसके साथियों ने रेस्टारेंट मालिकों पर हमला कर दिया। पुलिस जानलेवा हमले के आरोपियों का मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंची।
भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए दोनों आरोपियों को छुड़ा लिया। देर रात पुलिस ने दबिश देकर 10 आरोपियों को पकड़ लिया। इसके विरोध में भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के नेतृत्व में करीब सात घंटे नगर कोतवाली में धरना प्रदर्शन किया। सपा-रालोद के नेता भी पहुंच गए। निष्पक्ष जांच के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
तितावी थाना क्षेत्र के धनसैनी गांव के प्रधान अपने साथी धौलरा गांव के प्रदीप पाल और नसीरपुर निवासी जैनित के साथ सोमवार रात करीब सवा 11 बजे प्रकाश चौक स्थित मनी रेस्टोरेंट पर खाना खाने पहुंचे। बिल चुकाने के दौरान संचालक गुलवीर सिंह के बेटे अभिषेक एवं रोनित के साथ कहासुनी हो गई।
आरोप है कि प्रधान ने अपने साथियों के साथ मिलकर रेस्टोरेंट संचालकों पर हमला कर दिया। कुछ देर बार थाना सिविल लाइन पुलिस पहुंची और सन्नी चौधरी और जैनित को मौके से पकड़ लिया, जबकि प्रदीप पाल फरार हो गया। रेस्टोरेंट संचालक ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 307 में मुकदमा दर्ज किया।
पुलिस दोनों आरोपियों का मेडिकल कराने जिला अस्पताल पहुंची तो यहां भाकियू के बघरा ब्लॉक अध्यक्ष अमरजीत के नेतृत्व में कार्यकर्ता पहुंच गए और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए सन्नी और रोनित कतो छुड़ाकर ले गए। आरोपियों को छुड़ाने के मामले में पुलिस हरकत में आई। देर रात दबिश देकर पुलिस ने 10 आरोपियों का चालान कर दिया।
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत सुबह करीब साढ़े नौ बजे नगर कोतवाली पहुंचे और कार्यकर्ताओं को छोडऩे की मांग के लिए धरने पर बैठ गए। पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, रालोद के निवर्तमान अध्यक्ष प्रभात तोमर, अजीत राठी, ओमपाल मलिक और सपा नेता साजिद त्यागी मौके पर पहुंचे। सात घंटे बाद एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार, सीओ सिटी कुलदीप कुमार के साथ बातचीत हुई। निष्पक्ष जांच के आश्वासन पर धरना समाप्त हो गया।