Research- वैक्सीन को full dose लेने वालों में मौत का खतरा होता है न के बराबर
वैक्सीन (Vaccine) नहीं लेने वालों के लिए जरूरी खबर। जिन लोगों को टीका (Vaccination) नहीं लगाया जाता है, उनमें टीका (Vaccination) न लगाने वालों की तुलना में संक्रमण (Infection) और मृत्यु का खतरा अधिक होता है। बेशक वैक्सीन लेने के बाद भी संक्रमण हो सकता है, लेकिन स्थिति गंभीर होने की संभावना कम होती है। अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने हाल ही में टीकाकरण के महत्व को बताने के लिए एक शोध किया है। जिसमें यह पाया गया कि वैक्सीन लेने वाले लोगों में कोरोना से मौत का खतरा न के बराबर है।
ऐसा शोध
इस शोध में सीडीसी ने अमेरिका में 12,28,664 लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखी। यह स्टडी देश में डेल्टा वेरिएंट के समय की गई थी। इन सभी लोगों ने दिसंबर 2020 से अक्टूबर 2021 के बीच कोरोना की वैक्सीन ली थी।
स्टडी में मिले ये नतीजे
– 2,256 यानी 0.1 फीसदी लोगों को फिर से कोरोना संक्रमण हो गया।
– 189 यानी 0.01 फीसदी लोग बहुत ज्यादा बीमार भी हुए।
– 36 यानि 0.0029 प्रतिशत लोगों की जान चली गई।
– 28 मृत यानी 77% मृतकों में वे थे जिन्हें चार या इससे अधिक गंभीर बीमारियां थीं जैसे (मधुमेह, गुर्दे की बीमारी, जिगर की बीमारी, फेफड़े की बीमारी, हृदय रोग, मानसिक बीमारी)
– 65 वर्ष से अधिक आयु के किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को कोरोना का गंभीर संक्रमण नहीं था।
बच्चों में बहुत कम जोखिम
शोध में पाया गया है कि बच्चों को कोरोना से मौत का खतरा बहुत कम है। केवल 0.001% बच्चे ही वायरस के संक्रमण के कारण अपनी जान गंवाते हैं।
बिजली गिरने से मौत का खतरा कोरोना से ज्यादा !
रिसर्च के मुताबिक वैक्सीन मिलने के बाद हर 1.5 लाख लोगों में सिर्फ एक शख्स की कोरोना से मौत हो सकती है. यह आंकड़ा आग से मरने वालों की संख्या के बराबर है। साथ ही, टीका लगाए गए लोगों की कोरोना से बिजली और भूकंप से मरने की संभावना अधिक होती है। ऐसे लोगों में कार दुर्घटना से मौत की संभावना भी कोरोना से 3 गुना ज्यादा होती है.