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सरकार हमारी है फिर भी अफसर नहीं सुनते.., जितिन प्रसाद के सामने भाजपा नेताओं का फूटा दर्द

मंत्री जी, बैठकों में पुलिस का चेहरा मानवीय होता है जबकि थानों में यही अमानवीय हो जाता है। घाटमपुर के उड़िया गांव में पुलिस ने सपा के दबंगों की शह पर पीड़ित के खिलाफ मुकदमा लिख दिया। झूठा मामला होने के बाद भी स्पंज नहीं किया जा रहा है। लेखपाल और कानूनगो सुविधा शुल्क लिए बगैर काम ही नहीं करते। केडीए में मानचित्र पास कराना हो या नामांतरण, हर काम का रेट तय है। ऐसी कई शिकायतें प्रभारी मंत्री जितिन प्रसाद के सामने माननीयों और भाजपा नेताओं ने रखीं। इस पर जितिन सख्त हो गए और बैठक में मौजूद डीएम, पुलिस कमिश्नर से साफ कहा, जनता का उत्पीड़न और कार्यकर्ताओं का अपमान किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। सर्किट हाउस में शनिवार को संगठन पदाधिकारियों से सूबे के कैबिनेट मंत्री ने शहर का हाल जाना।

भाजपा दक्षिण जिलाध्यक्ष वीना आर्या आदि ने ट्रैफिक पुलिस की बदइंतजामी और जाम से निजात की बात कही। एमएलसी अरुण पाठक ने कहा कि आउटर और पुलिस कमिश्नरेट के थानेदार जनता की सुनते नहीं हैं, वह सपा की मानसिकता से काम करते हैं। केडीए 100, 200, 356 वर्गमीटर के प्लॉटों की श्रेणीवार दो-दो तीन-तीन मानचित्र बना ले। आवंटी उनमें से किसी एक मानचित्र के हिसाब से आवेदन करेगा, उसे पास कर दे तो सही होगा।

आरोप लगाया कि लेखपाल किसानों की गाटा संख्या बदल देते हैं, उसे ठीक कराने में तहसील के चक्कर काटने पड़ते हैं। भाजयुमो उत्तर जिलाध्यक्ष शिवांग मिश्र आदि ने गुंडे, माफिया पर कार्रवाई की बात कही। भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष कृष्ण मुरारी शुक्ल ने कहा कि घाटमपुर के उड़िया गांव के दबंग परिवार ने पीड़ित के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। पुलिस जानकार भी मामले को स्पंज नहीं कर रही है।

पदाधिकारी रहे हैं, कार्यकर्ताओं का दर्द जानते हैं

संसदीय कार्य एवं चिकित्सा, शिक्षा, स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने अफसरों से कहा कि वर्ष 1992 में मैं भी मंडल पदाधिकारी था। कार्यकर्ता सरकार और जनता के बीच की कड़ी है। इस कारण कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को अफसर तवज्जो दें। व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मिशन राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि विधायकों को ही नहीं कार्यकर्ताओं को भी तवज्जो मिले।

असहज महसूस कर रहा है कार्यकर्ता

अरुण पाठक ने कहा कि कार्यकर्ता पुलिस के सामने असहज महसूस करता है। जब पार्टी के कार्यकर्ता ही असहज होंगे तो जनता का दर्द पुलिस से कैसे दूर करा पाएगा। भाजपा अनुसूचित मोर्चा के लोगों ने नगर निगम की सफाई के बेतुके शेड्यूल पर आपत्ति जताई। कहा कि सुबह पांच बजे महिलाओं से सफाई कराना बेजा काम है।

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