बरेलीः मौसेरी बहनों की बात को मजाक समझने वाले पूर्व प्रधान के उड़े हाेश, दोनों ने खाया जहर, एक की माैत
नवाबगंज। डंडिया फैजुल्ला गांव में दो मौसेरी बहनों ने जहर खा लिया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन कुछ ही देर बाद एक की मौत हो गई। दूसरी की हालत भी नाजुक है। पुलिस की छानबीन के बावजूद घटना की वजह साफ नहीं हुई।
डंडिया फैजुल्ला गांव के राजेंद्र प्रसाद हिमाचल प्रदेश में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते हैं। गांव में उनके साढ़ू पूर्व प्रधान गिरधारी लाल का परिवार भी रहता है। रिश्तेदारी होने के कारण दोनों परिवारों में काफी निकटता है। रविवार दोपहर 12 बजे गिरधारी लाल हरिद्वार से लौटे तो साढ़ूू राजेंद्र की तुलसी घर में उनकी बेटी काजल के साथ थी। काजल की मां राजेश्वरी देवी ने बताया कि तीन बजे काजल चुपचाप साइकिल से पड़ोस के गांव टांडा जाकर एक पेस्टीसाइड की दुकान से सल्फास खरीद लाई। इसके बाद तुलसी और काजल दोनों ने सल्फास खा ली।
कुछ ही देर में दोनों की हालत बिगड़ी तो परिजन ने उन्हें कस्बे के निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां देर शाम तुलसी की मौत हो गई। उसके परिवार के लोग आनन-फानन उसका शव लेकर गांव लौट गए। काजल की हालत भी देर रात तक नाजुक बनी हुई थी। घटना की सूचना पर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। देर शाम नायब तहसीलदार नम्रता सिंह ने अस्पताल पहुंचकर मौत से जूझ रही काजल के बयान लिए
कर्जा होने के बाद गांव लौटा था गिरधारी लाल का परिवार
गिरधारी लाल का परिवार उधमसिंह नगर की एक निजी मिल में मजदूूूरी करता था। दो महीने पहले मिल बंद हो जाने के बाद गिरधारी लाल पर हजारों रुपये का कर्ज हो गया। इसके बाद वह परिवार समेत गांव चले आए। उधर, काफी छानबीन के बाद भी घटना का कारण पता नहीं चल सका। हालांकि गांव में काजल के भाई कृष्णपाल की डांट के बाद दोनों बहनों के यह कदम उठाने की चर्चा थी।