थाना मेहरौली की तेज तरार टीम से नहीं बच पाया 68 वर्षीय के बुजुर्ग को ठगने वाला अपराधी
The criminal who cheated a 68-year-old man could not escape from the fast-moving team of Mehrauli police station.
रिपोर्ट : रोहित कुमार
दिल्ली। तारीख 10.02.2024 समय शाम 6:30 बजे दिल्ली पुलिस के 112 कंट्रोल रूम पर एक कॉल आता है जिसमें शिकायतकर्ता पुलिस को सूचित करता है कि यहां एक लड़के को पकड़ा है जिसने 40 लाख का लेनदेन किया है। शिकायतकर्ता कॉल IGNU रोड के HDFC बैंक के सामने जहां डाक्टर सारिका सिंह पुलिस को मामले की जानकारी देती हैं कि 2018 में उन्होने अपने पिता जोकि 68 वर्ष के हैं उनकी देख रेख के लिए आदित्य नारायण नामक एक लड़का को रखा था । डॉक्टर सारिका के पिता का उनके पास कॉल आया कि उनके मोबाईल पर 1 लाख के लेनदेन के बारे में बैंक से सूचना संदेश प्राप्त हुआ है । सारिका के पिता अपने खातों का बैलेंस देखकर चौंक गए कि उनके दोनों खातों में कुल 22.7 0 लाख ही दिख रहे हैं जोकि उनके हिसाब से 50 लाख के आस पास होने चाहिए थे।
11.02.2024 को मेहरौली थाने में डाक्टर सारिका के पिता द्वारा एफ.आई.आर दर्ज़ की गई जिसमें पुलिस के मौके पर पहुंचते ही उन्होंने बताया कि उनके अकाउंट के बैलेंस के बारे में केवल सारिका और उनका सहायक व नौकर आदित्य को ही पता था | मामला गंभीर व वरिष्ठ नागरिक से जुड़ा होने के कारण व मामला गंभीर होने की वजह से वरिष्ट अधिकारियों ने मामले की जांच थाना मेहरौली में तैनात एस.आई. नरेंद्र कुमार को दे दी गई।
आपने दिल्ली तिहाड़ के जेलर दीपक शर्मा के फिटनेस के रील्स तो देखे होंगे। वैसे दिल की पुलिस कहलाने वाली दिल्ली पुलिस में और भी ऐसे पुलिसकर्मी हैं जिन्हें उनकी फिटनेस से जाना जाता है।
हम आपको बताना चाहेंगे कि 6 फुट से अधिक लंबे व तेज तरार एस.आई. नरेंद्र कुमार उनमें से ही एक पुलिस कर्मी हैं ,जो फिलहाल थाना मेहरौली में तैनात हैं और दबंग कुमार नाम से भी जाने जाते हैं । वरिष्ट अधिकारियों द्वारा गठित की गई टीम में नरेन्द्र कुमार सहित ए.एस.आई. राजेश व हेड कांस्टेबल सिया राम शामिल थे।
एस.आई. नरेंद्र ने मामले की जांच तत्काल प्रभाव से शुरू कर दी व दिनांक 11.02.2024 को IPC 420 धारा के तेहत थाना मेहरौली द्वारा एफ.आई.आर भी दर्ज कर ली गई। नरेंद्र कुमार द्वारा ग्राउंड जीरो से जांच शुरु की गई व जानकारी प्राप्त हुईं कि शिकायतकर्ता दरसल दिल्ली यूनिवर्सिटी का एक सहायक प्रोफेसर है व अपने पिता कि देखभाल के लिए 2018 में आदित्य नारायण नामक व्याक्ति को केयर टेकर के रूप में रखा था और शिकायतकर्ता के पिता ने 50 लाख की राशि में अपनी मूल भूमि बेच दी थी।
दिनांक 04.03.24 को आरोपी ने अपने मोबाइल में शिकायतकर्ता के पिता के मोबाइल से सिम चुराकर डाला और फोन पे ट्रांसफर के माध्यम से अपने एसबीआई खाते में 2 लाख रुपये का भुगतान किया। आगे प्रति दिन उन्होंने 2 लाख रुपये उसी और हटाए गए पाठ संदेशों द्वारा स्थानांतरित किए हैं।
दिनांक 10.03.23 को उन्होंने ऐसा ही किया था लेकिन पाठ संदेश देर से दिया गया था। तो सबसे पहले एसबीआई बैंक के अभियुक्तों का खाता फ्रीज था और बैंक में जमा प्राप्त किए गए थे पुलिस द्वारा आदित्य नारायण सहित अपराध में इस्ताल किए गए मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है।
निरंतर पूछताछ के दौरान, आरोपी व्यक्ति दोनों ने खुलासा किया कि वह मुखर्जी नगर में एसएससी परीक्षा की तैयारी कर रहा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली जिसके बाद वह एक साइबर कैफे में काम कर रहा था। उसके बाद वह काम के लिए दुबई चला गया, लेकिन संतुष्ट नहीं होने पर वहां से ऑस्ट्रेलिया जाकर और एक कैफे में काम करने लगे। जनवरी के महीने में वह भारत लौट आया। लेकिन उन्हें तब तक कोई संतोषजनक काम नहीं मिला। इसलिए उसे पैसे की कमी है। जब आरोपियों को आसानी से पैसा कमाने का मौका मिला और साइबर के बारे में भी जागरूकता आई तो फिर उसने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए नारायन ने अपने मालिक को ही धोखा देने की साज़िश रची पर थाना मेहरौली की जबाज़ पुलिस टीम ने कुछ ही समय में आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले जेल भेज दिया है।