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छत्तीसगढ़ में 50 फीट गहरे बोरवेल में फंसे बच्चे ने 43 घंटे बाद भी नहीं हारी हिम्मत, खुद कर रहा रेस्क्यू में मदद

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे में 2 दिन पहले गिरे राहुल को बचाने का प्रयास जारी है. लगभग 48 घंटे बीत जाने के बाद भी बच्चे ने हिम्मत नहीं हारी है. राहुल खुद बचाव अभियान में रेस्क्यू टीम की मदद करने लगा है. वहीं, गुजरात से रिमोट से संचालित बोरवेल ‘रेस्क्यू रोबोट’ मशीन को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खुद लगातार अभियान की निगरानी कर रहे हैं.

दीवारों से रिस रहा पानी बोरवेल के अंदर भर गया है लेकिन तमाम मुश्किलों के बावजूद राहुल ने हार नहीं मानी है. बहादुरी दिखाते हुए राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भर रेस्कयू टीम की मदद कर रहा है. राहुल की इस कोशिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी हैं. उसे बचाने के लिए गुजरात से रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर मौके पर पहुंच गए हैं. महेश ने अपने लैपटॉप से रोबोट को कंट्रोल कर नीचे उतारा. उनका कहना है कि रोबोट से मिली जानकारी के हिसाब से बच्चे को बाहर निकालने के लिए तैयारी की जाएगी.

बताया जा रहा है कि राहुल को गड्ढे से बाहर निकालने में अभी कुछ घंटें और लग सकते हैं. इस बीच बच्चे को केला और जूस पहुंचा दिया गया है. साथ ही हिम्मत बनाए रखने के लिए परिवार वाले भी राहुल से बात कर रहे हैं. बीती रात लगभग 12 बजे राहुल ने हरकत की थी और फिर इसके बाद सुबह हलचल की है. वहां मौजूद चिकित्सों के अनुसार, राहुल की हालत ठीक है. हालांकि, समय बीतने के साथ उसमें कुछ कमजोरी के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं.

वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर जितेंद्र और राहुल के परिजनों से वीडियो कॉल पर बात की. मुख्यमंत्री ने राहुल की दादी श्यामा बाई को भरोसा दिलाया है कि जल्द ही उनके बच्चे को सकुशल निकाल लिया जाएगा. साथ ही उन्होंने राहुल के माता-पिता को भी राहुल की सकुशल वापसी का भरोसा दिलाया है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘राहुल साहू को सकुशल बोरवेल से निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. जो भी संभव प्रयास किए जा सकते हैं, किए जा रहे हैं. गुजरात से रोबोट टीम भी पहुंच चुकी है. हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. ईश्वर से बच्चे के लिए प्रार्थना करें.’

बता दें कि छत्तीसगढ़ के मलखरौदा विकासखंड के पिहरिड गांव में राहुल साहू नाम का बच्चा अपने घर में ही 50 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था. इसके बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को बच्चे को बचाने के लिए लगाया गया है. बचाव अभियान दो दिन से चल रहा है. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर मौजूद हैं.

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