बरेली में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर के बेटे का दुस्साहस, मेडिकल स्टोर का शटर बंद कर किशोरी से किया दुष्कर्म
कांकर टोला में मेडिकल शॉप के अंदर किशोरी से रेप किया गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने मेडिकल शॉप के शटर का लॉक तोड़कर किशोरी को बाहर निकाला। पुलिस ने मौके से ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। होश में आने पर पीड़िता ने बताया कि उसे इंजेक्शन देकर बेहोश किया गया था।
बारादरी थाना क्षेत्र निवासी पीड़िता के पिता ने पुलिस को बताया कि मंगलवार दोपहर लगभग सवा तीन बजे उनकी 13 वर्षीय बच्ची कोचिंग से वापस आ रही थी। उसी दौरान कांकर टोला में सकलैन नगर में एक मेडिकल संचालक ने उनकी बेटी को आवाज देकर बुलाया। बच्ची जब मेडिकल संचालक के पास पहुंची तो आरोपी ने उसके हाथ में इंजेक्शन लगा दिया, जिससे वह बेहोश होने लगी।
इसके बाद आरोपी ने मेडिकल शॉप का शटर गिराकर उनकी बेटी के साथ दुराचार किया। वहां मौजूद लोगों ने शटर खोलने का प्रयास किया और इसकी जानकारी किशोरी के पिता और मां को दी। वे दोनों तुरंत मेडिकल शॉप पर पहुंचे। सूचना पर बारादरी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जबरन लॉक तोड़कर शटर खोला गया। अंदर मेडिकल शॉप में किशोरी बेहोश पड़ी थी। बारादरी पुलिस ने वहीं पास में खड़े आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता के पिता की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के सामने लॉक तोड़कर शटर के खोलते ही परिजन और मोहल्ले वाले पीड़िता को जमीन पर पड़ा देख बिफर गये। उन्होंने आरोपी को पकड़कर जमकर पीटा। गुस्साये लोगों ने मेडिकल शॉप में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। किसी तरह बारादरी पुलिस ने लोगों से आरोपी को बचाया और मेडिकल शॉप का शटर बंद किया।
घटना के दौरान पीड़ित किशोरी तीन घंटे तक बेहोश पड़ी रही। वहीं, किशोरी को बचाने के लिये डेढ़ घंटे तक लोग शटर को पीटते रहे। शटर नहीं खोलने पर लोगों ने लॉक तोड़कर उसे खोला। लोगों ने मौके से भाग रहे आरोपी की मां और भाई को भी पकड़ लिया। बारादरी थाने में पीड़ित किशोरी ने पुलिस से न्याय की मांग की।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी के भाई ने बताया कि उसके पिता इकराम राजस्थान के अलवर में ईएमओ हैं। उनकी डिग्री के आधार पर ही आरोपी मेडिकल चला रहा था। उसने यह भी बताया कि आरोपी की उम्र 16 साल है। आरोपी के छोटे भाई को भी पुलिस ने हिरासत में ले रखा है। वहीं, पीड़ित परिवार का कहना है कि पकड़ा गया आरोपी बालिग है।