बिहार। मानव तस्करी रोधी इकाई एसएसबी रक्सौल के टीम प्रभारी इंस्पेक्टर सीआर बेनीवाल ने बताया कि राजस्थान से एक नाबालिग लड़की को प्यार के जाल में फंसाकर नेपाल ले जा रहे उक्त नेपाली नागरिक राहुल को पकड़ कर हरैया पुलिस को सुपुर्द किया गया है। इसके साथ अगवा की गई नाबालिग लड़की को रेस्क्यू किया गया। एएचटीयू एसएसबी रक्सौल की टीम को इस बात की सूचना मिली कि एक लड़की को अगवा कर नेपाली नागरिक नेपाल की तरफ ले जाने वाला है। सूचना पर मैत्री पुल पर सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया और जांच के दौरान उक्त लड़की का रेस्क्यू किया गया। अगवा कर लड़की को ले जा रहा नेपाली नागरिक वर्तमान में राजस्थान में किसी कारखाने में काम कर रहा था। वहां उक्त लड़की को प्रेम जाल मे फांस लिया था।
एसएसबी की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि लड़की के माता-पिता मुलतः मुज़फ़्फ़रपुर बिहार के रहने वाले हैं और मजदूरी हेतु भिवाड़ी राजस्थान में अस्थाई तौर पर रहते हैं। यह नेपाली नागरिक भी उसी कारखाने में काम कर रहा था, जिसमें लड़की के माता-पिता काम करते हैं। वहीं से जान पहचान बनाकर पहले उसके साथ किसी मन्दिर में शादी किया, ताकी किसी को शक ना हो। फिर उसे अपने साथ लेकर जा रहा था। मगर सीमा पर सतर्क सशस्त्र सीमा बल की मानव तस्करी रोधी ईकाई द्वारा इस कोशिश को नाकाम कर एक नाबालिग के भविष्य को बचाने का सफल प्रयास कर लिया गया।
नाबालिग के माता-पिता से सम्पर्क करने पर पता चला कि इस मामले में खुशखेडा पुलिस थाना, जिला भिवाड़ी राजस्थान में भी इसका प्राथमिकी दर्ज है। उनसे सम्पर्क कर अग्रिम अनुसंधान हेतु प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर पूर्वी चंपारण एनजीओ की आरती कुमारी और उनकी टीम की उपस्थिति में हरैया पुलिस स्टेशन को सुपुर्द किया गया। इस प्रकार मानव तस्करी रोधी ईकाई एस एस बी रक्सौल द्वारा “एक अनमोल जिन्दगी” को बचाया गया जिसकी नाबालिग के माता-पिता व सभी ने प्रशंसा की।