जुमे की नमाज को लेकर यूपी में विशेष सतर्कता, सीसीटीवी कैमरे व ड्रोन से संवेदनशील स्थलों की निगरानी
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से गहन समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रदेश भर में सभी प्रमुख धर्म गुरूओं से संवाद कर शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग मांगा गया है। थाना स्तर पर पीस कमेटी की बैठकों का आयोजन भी किया गया है तथा सिविल डिफेंस के कर्मियों को भी शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी सौपी गयी है। सभी संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी, वीडियों कैमरे व ड्रोन से आवश्यकतानुसार निगरानी की जायेगी तथा पुलिस द्वारा सेक्टर योजना को भी लागू किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रदेश भर में कड़ी सतर्कता बरतने तथा किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से कड़ाई से निपटनें के निर्देश दिये गये हैं। सभी जिलों में पुलिस द्वारा फुट पेट्रोलिंग व अर्ध सैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च किये जाने के भी निर्देश दिये गये हैं। अवस्थी ने कहा कि पिछले अनुभवों से सीख लेते हुये समुचित पुलिस प्रबन्धन की व्यवस्था करें तथा सभी वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी संवेदनशील क्षेत्रों का पहले से भ्रमण कर शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने के जरूरी प्रबन्ध सुनिश्चित करें।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि शुक्रवार के लिए इस बार विभिन्न जिलों में पीएसी की 130 और आरएएफ की 10 कंपनियां लगाई गई हैं। जिन जिलों में विरोध प्रदर्शन की आशंका है, वहां अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जोन और रेंज स्तर पर पीएसी व पुलिस बल भी उपलब्ध रहेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी यूपी में विशेष सतर्कता रहेगी। संवेदनशील स्थानों की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
मौलाना कल्बे जव्वाद ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने जुमे की नमाज के बाद किसी तरह की नारेबाजी से परहेज करने को कहा है। वीडियो मैसेज में जव्वाद ने कहा कि नूपुर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। उन्हें कानून के हिसाब से सजा मिलेगी। नमाज के बाद लोग अपने-अपने घरों को लौट जाएं।
मौलाना रशीद फिरंगी महली ने भी वीडियो जारी कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। रशीद फिरंगी महली ने वीडियो संदेश में कहा कि मुसलमान जुमा की नमाज के बाद किसी भी तरह की प्रदर्शन और नारेबाजी न की जाए। उन्होंने कहा कि मस्जिद अल्लाह का घर है और यहां सिर्फ इबादत की जाए।
गौरतलब है कि यूपी में पिछले दो हफ्तों से जुमे के दिन हो रही हिंसा को लेकर इस बार प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी बड़े मुस्लिम धर्मगुरू लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। दूसरी तरफ प्रशासन हाई अलर्ट पर है। संवेदनशील इलाकों में लगातार गश्त लगाई जा रही है।