यूपी: बेटे ने करवाई पिता की हत्या, चचेरे भाई को फंसाने के लिए रची खूनी साजिश
फतेहपुर में 15 सितंबर को रिटायर्ड वार्ड ब्वाय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने दो दिन बाद इस हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। मामले में पुलिस ने आरोपी बेटे और उसके दो दोस्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से तमंचा-कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आरोपी बेटा पिता की हत्या के आरोप में चाचा के लड़के को फंसाना चाहता था।
पूरा मामला जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र आबू नगर पुलिस चौकी के ककरहा मोहल्ला का है। यहां दो दिन पहले शाम को सवा सात बजे 63 वर्षीय हरिओम गुप्ता की गोली मारकर हत्या की गई थी। हरिओम जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय के पद पर कार्यरत थे। करीब तीन साल पहले ही वह रिटायर हुए थे।
परिजनों के मुताबिक, हरिओम शाम को घर से साइकिल लेकर दूध लेने बाजार के लिए निकले थे। इसी दौरान जिला उद्योग केंद्र के पास उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे और उन्होंने जल्द से जल्द इस मर्डर केस को सॉल्व करने के लिए तीन टीमों का गठन किया।
अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि बताया कि रिटायर्ड स्वास्थ्य कर्मी की हत्या के मामले में मृतक की पत्नी निर्मला देवी ने अपने भतीजे ज्ञानेंद्र कुमार गुप्ता के तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया था। लेकिन घटना के दिन ज्ञानेंद्र कुमार गुप्ता की लोकेशन क्राइम सीन के आसपास नहीं मिली।
इसके बाद पुलिस ने मृतक के लड़के दीप उर्फ दिलीप गुप्ता का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया और कॉल डिटेल निकाली गई। इस दौरान पुलिस को कई फैक्ट ऐसे मिले, जिससे उसका रोल संदिग्ध लगा। इसके बाद पुलिस ने क्राइम सीन के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान हरिओम गुप्ता का लड़का दीप उर्फ दिलीप गुप्ता क्राइम सीन के पास ही ट्रेस हो गया। इसके बाद उसे डिटेन किया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसी के बायान के आधार पर हत्या में साथ देने वाले दो अन्य दोस्तों की गिरफ्तारी भी की गई।
आरोपी बेटे ने बताया कि अपने दादा की हत्या के मामले में जेल से जमानत पर बाहर आये चचेरे भाई ज्ञानेंद्र कुमार गुप्ता को फंसाने के लिए उसने पिता की हत्या कर दी। उसने अपने दोस्त कल्लू पाल उर्फ कपिल (26) से पिता को गोली मरवाई थी। इसके बाद अनुज कुमार (38) की मदद से घर में तमंचा छिपा दिया था।