टांडा से दुबई तक फैला तस्करी का जाल, पुलिस के हाथ लगे बड़े सुराग

45 यात्राएं, 29 कैप्सूल और करोड़ों का सोना — जांच एजेंसियों की निगरानी में 20 और नाम
मुरादाबाद। रामपुर के टांडा कस्बे से जुड़े सोना तस्करी नेटवर्क को लेकर पुलिस की पड़ताल जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। दुबई से सोने की तस्करी के मामले में पकड़े गए जुल्फेकार की ट्रैवल हिस्ट्री ने जांच टीम को चौंका दिया है — बीते पांच वर्षों में वह 45 बार दुबई की उड़ान भर चुका है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दुबई से सोना लेकर भारत लौटने वालों में शामिल आरोपी अजहरुद्दीन भी 10 बार दुबई जा चुका है। शुरुआती पूछताछ और दस्तावेजी जांच में साफ हो गया है कि यह गिरोह पिछले कई वर्षों से करोड़ों रुपये के सोने की तस्करी कर रहा था। पुलिस अब मोबाइल नंबरों और कॉल रिकॉर्ड की मदद से गिरोह से जुड़े अन्य चेहरों को चिन्हित करने में जुटी है।
चार मुख्य तस्करों — जुल्फेकार, अजहरुद्दीन, शाने आलम और मुत्तलीब — के पेट से अब तक 29 सोने के कैप्सूल बरामद किए गए हैं, जिनका कुल वजन 1 किलो 100 ग्राम से अधिक है। एक-एक करके ये कैप्सूल जिला अस्पताल में निकाले गए। बुधवार को अंतिम कैप्सूल निकालने के बाद मुत्तलीब को भी जेल भेज दिया गया।
तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वे दुबई जाने के लिए कई रूट्स का इस्तेमाल करते थे — दिल्ली, मुंबई, लखनऊ और कभी-कभी नेपाल बॉर्डर से भी। मुरादाबाद में चार तस्करों और दो अन्य व्यक्तियों को अगवा किए जाने के बाद इस नेटवर्क की परतें खुलनी शुरू हुईं। अब फाइनेंसर जाहिद के साथ-साथ दो अन्य संदिग्धों और एक डॉक्टर से पूछताछ जारी है।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने पुष्टि की है कि मामले की जांच हर स्तर पर की जा रही है और अब तक पांच आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है। इस बीच, खाड़ी देशों की यात्रा करने वाले टांडा क्षेत्र के करीब 20 लोगों को रडार पर लिया गया है। जिले में एलआईयू और स्थानीय पुलिस की टीमें उनके पासपोर्ट और गतिविधियों की छानबीन कर रही हैं। माना जा रहा है कि टांडा में वर्षों से चल रहे इस तस्करी नेटवर्क पर अब शिकंजा कसा जा रहा है।