बांदा में दोहराया दिल्ली जैसा हादसा- स्कूटी सवार महिला को 3 किमी तक घसीट ले गया ट्राला, आग लगने से जिंदा जली
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के शहर कोतवाली क्षेत्र में मवई बुजुर्ग गांव के बाईपास पर एक डंपर की टक्कर लगने से उसमें फंसकर स्कूटी सवार एक महिला करीब तीन किलोमीटर तक घिसटती रही. एक पुलिस अधिकारी ने इस घटना की जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि टक्कर के कारण डंपर और स्कूटी में आग लग गई, जिससे महिला की जलकर मौत हो गई. शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला के मुताबिक, कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत कनिष्ठ लिपिक पुष्पा सिंह (35) सब्जी खरीदकर अपनी स्कूटी से जा रही थीं, तभी रास्ते में मवई बुजुर्ग गांव के बाईपास के नजदीक एक डंपर ने उसकी स्कूटी में टक्कर मार दी.
प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला के अनुसार, टक्कर से पुष्पा सिंह डंपर के अगले हिस्से में फंसकर स्कूटी समेत करीब तीन किलोमीटर तक घिसटती चली गईं. उन्होंने बताया कि इससे स्कूटी और डंपर में आग लग गई और पुष्पा सिंह जिंदा जल गईं. प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2020 में सहायक लेखाकार पद पर तैनात रहे रंजीत कुमार की मृत्यु हो गई थी. उन्हीं के स्थान पर उनकी पत्नी पुष्पा की नियुक्ति हुई थी.
महिला के फंसे होने की जानकारी नहीं थी- आरोपी डंपर चालक
प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि डंपर के चालक को पकड़ लिया गया है और डंपर को जब्त कर लिया गया है, जबकि महिला के अधजले शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि डंपर के चालक ने पूछताछ में बताया कि उसे स्कूटी डंपर में फंस जाने की जानकारी हो गई थी, लेकिन महिला के भी फंसने की जानकारी उसे नहीं थी.
जलने से हुई महिला की मौत- CMO
प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि चालक ने पूछताछ में बताया कि भय की वजह से उसने डंपर नहीं रोका और आग लग जाने के बाद वह भाग गया, लेकिन बाद में पकड़ लिया गया. पुलिस ने बताया कि ग्रामीणों की मानें तो हादसे के दौरान किसी ने उसकी (महिला की) चीख-पुकार नहीं सुनी. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि मृत महिला का शव पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल लाया गया था. उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि महिला की मौत हादसे के बाद जलने से हुई. उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम हो चुका है और रिपोर्ट पुलिस को भेज दी गई है.