
पीड़ितों ने लगाया जान से मारने की साजिश का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
पंजाब। टांडा इलाके में निजी दुश्मनी ने एक बार फिर हिंसा की शक्ल ले ली है। दरगाहेड़ी गांव के दो भाइयों पर एक राजनीतिक सरपंच और उसके परिजनों ने दिनदहाड़े हमला कर दिया। दोनों घायल भाइयों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, वहीं पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता अमृतपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह अपने भाई तेजिंदर सिंह के साथ बाइक पर मजदूरों को खाना देने जा रहे थे, जब रास्ते में गांव सोहियां के पास उन्हें जसपाल उर्फ जस्सा नामक व्यक्ति ने रोका। अमृतपाल के अनुसार, जस्सा और उसके भतीजे जेतन व केतन ने पहले तो धमकाया और फिर अचानक हमला कर दिया।
आगे बताया गया कि जब दोनों भाई घटनास्थल से किसी तरह निकले, तो कुछ दूरी पर जस्सा अपनी कार से पीछा करता हुआ पहुंचा और जानबूझकर टक्कर मार दी। इससे वे सड़क पर गिर पड़े। इसके बाद आरोपी ने तेजिंदर पर बरशे जैसे धारदार हथियार से वार किया और पिस्तौल दिखाकर धमकी दी।
घायल अवस्था में जब दोनों भाई सरकारी अस्पताल पहुंचे, तब भी हमलावर पीछा नहीं छोड़ा। अस्पताल परिसर में तीनों आरोपियों ने फिर हमला किया, जिससे तेजिंदर की हालत और गंभीर हो गई। अब उसे बेहतर इलाज के लिए होशियारपुर रेफर किया गया है।
स्थानीय थाना प्रभारी गुरिंदरजीत सिंह नागरा ने बताया कि घटना की शिकायत के आधार पर जस्सा और उसके भतीजों के खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज कर लिया गया है। जस्सा न सिर्फ गांव का सरपंच है, बल्कि एक राजनीतिक पार्टी से भी जुड़ा है, जो मामले को और गंभीर बना देता है।
यह मामला साफ दर्शाता है कि राजनीतिक रसूख और निजी रंजिश किस हद तक लोगों की जान के लिए खतरा बन सकती है। पुलिस ने कार्रवाई तो शुरू कर दी है, लेकिन पीड़ित परिवार अब जल्द न्याय और सुरक्षा की मांग कर रहा है। ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई ही दोहराव को रोक सकती है।