पोलैंड के साथ लगती सीमा पर यूक्रेन के सैन्य ठिकाने पर रूस का हमला, 9 लोगों की मौत, 57 घायल
रूस यूक्रेन युद्ध का आज (13 मार्च) 18वां दिन है। रूस-यूक्रेन युद्ध थमने की बजाय बढ़ती ही जा रही है। रूस द्वारा लगातार जारी हमलों से यूक्रेन के हालात काफी भयावह हो चुके हैं। रूसी सेना ने शनिवार को यूक्रेन के बंदरगाह शहर मारियुपोल में भीषण बमबारी की, जिसके बाद शहर के निवासियों को विस्फोटों से बचने के लिए एक प्रतिष्ठित मस्जिद और अन्य जगहों पर छुपाया गया।
राजधानी कीव के बाहरी इलाके में भी युद्ध तेज हो गई है। माना जाता है कि दोनों पक्षों के कई नागरिकों के साथ हजारों सैनिक मारे जा चुके हैं, जिनमें कम से कम 79 यूक्रेनी बच्चे शामिल हैं। इस बीच, यूक्रेन के लवीव क्षेत्र के गवर्नर का कहना है कि एक सैन्य रेंज पर रूसी हवाई हमले में नौ लोगों की मौत हो गई है और 57 लोग घायल हुए हैं।
समाचार एजेंसी एएफपी ने एक स्थानीय अधिकारी के हवाले से बताया कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के पश्चिमी शहर ल्वीव के बाहर एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र पर कई हवाई हमले किए, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई है जबकि, 57 लोग घायल हुए है।
रूस द्वारा की जा रही बमबारी से यूक्रेन के तमाम सरकारी इमारतें और घर तबाह हो गए हैं। द कीव इंडिपेंटेंड ने मेयर रुस्लान मार्टसिंकिव के हवाले से बताया कि रूसी सेना ने 13 मार्च को इवानो-फ्रैंकिवस्क एयरबेस पर हमला किया। उन्होंने एयरबेस के करीब रहने वालों से कहीं और शिफ्ट होने का आग्रह किया है।
कीव इंडिपेंटेंड के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने कीव में ग्रीन कोरिडोर के जरिए रेस्क्यू कर रही महिलाओं और बच्चों पर गोली चलाई, जिसमें एक बच्चे समेत 7 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, युद्ध के 18वें दिन यूक्रेन पर रूस के हमले जारी हैं। इसी बीच द कीव इंडिपेंडेंट ने दावा किया है कि कीव और खेरसान में कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई है।
यूक्रेन के ज्यादातर शहर धमाकों की भयंकर आवाजों से गूंज रहे हैं। अब यूक्रेन के लोग अपने देश को छोड़ सुरक्षित ठिकानों की तलाश में दूसरे देशों की और तेजी से पलायन कर रहे हैं। दोनों देश एक दूसरे के सामने झुकने के लिए तैयार नहीं हैं। रूस हर हाल में कीव को अपने कब्जे में लेना चाहता है।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, रूस की ओर से हमले के बीच यूक्रेन में फंसे लोगों का सुरक्षित बाहर निकालने का काम जारी है। यूक्रेन के डिप्टी प्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने दावा किया है कि यूक्रेन ने 12 मार्च को ह्यूमन कॉरिडोर से 13 हजार नागरिकों को निकाला, जो एक दिन पहले की तुलना में दोगुना है। इस लिहाज से देखा जाए तो 11 मार्च को तकरीबन 7,500 लोगों को ह्यूमन कॉरिडोर से बाहर निकाला गया था।