आरटीआई कार्यकर्ता रीता सूरी ने निगरानी के लिए सार्वजनिक कैमरे लगवाए
रीता सूरी, आरटीआई उपाध्यक्ष, उत्तराखंड भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों को ढूंढ़ती हैं और देहरादून में सार्वजनिक कैमरे लगवाती हैं।
देहरादून| आरटीआई कार्यकर्ता और आरटीआई क्लब उत्तराखंड की उपाध्यक्ष रीता सूरी द्वारा भ्रष्ट सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ आरटीआई दायर करने के बाद देहरादून के 12 इलाकों में निगरानी के लिए सरकारी कैमरे लगाए गए हैं। पता चला है कि देहरादून, उत्तराखंड में सफाई और स्वच्छता विभाग से जुड़े सरकारी कर्मचारी सरकारी रोजगार के अवसरों का दुरुपयोग कर रहे हैं। वे नौकरी स्वीकार करते हैं और फिर दूसरे गरीब लोगों को काम पर लगा देते हैं और उन्हें आवंटित मोटी तनख्वाह हड़प लेते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि सड़कों और कॉलोनियों में सफाई और स्वच्छता का ख्याल नहीं रखा जाता है। इस बीच, नियुक्त कर्मचारी गायब पाए गए और काम नहीं कर रहे हैं। तदर्थ कर्मचारी चोरी और जानमाल के नुकसान जैसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं क्योंकि उनका रिकॉर्ड दर्ज नहीं है। यह जमीनी स्तर पर घोर भ्रष्टाचार है। इस अवैध गतिविधि की जानकारी होने के बावजूद, उच्च अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। स्थिति को संभालने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता रीता सूरी ने आरटीआई को माध्यम बनाकर आदेश पारित करवाए हैं, जिसके तहत अब निम्नलिखित बारह क्षेत्रों- बन्नू स्कूल रेसकोर्स रोड, एमडीडीए कॉलोनी, माता मंदिर रोड, राक्षी नर्सरी दीप नगर, धोरां गांव, नेशविल्ला रोड, नालापानी, राजीव गांधी कॉम्प्लेक्स, क्रॉसिंग चौक सहस्त्रधार रोड, मॉल ऑफ देहरादून, शास्त्री रोड और कारगी डंपिंग प्लेस में इस तरह की गतिविधि पर नजर रखने और सुरक्षा उपाय के रूप में कार्य करने के लिए सार्वजनिक कैमरे लगाए गए हैं। यह सिर्फ शुरुआत है और अन्य क्षेत्रों और वार्डों को भी कवर किया जाएगा और कैमरे लगाए जाएंगे। हमें लगता है कि यह सही दिशा में एक कदम है और इससे आम आदमी को सुरक्षित करने में मदद मिलेगी और यह सुनिश्चित होगा कि योग्य लोगों को नौकरी मिले। इससे कर्मचारियों में अनुशासन आएगा और एक सुरक्षित नागरिक समाज का निर्माण होगा।
By Shhanya Madan Bhatia
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