गाजियाबाद। मालिक छोटी-छोटी बात पर डांटते थे। मेरे हर काम में कमी निकालते थे। मैं इससे खुद को अपमानित महसूस करती थी। इस अपमान का बदला लेने के लिए मैंने खाने में अपना मूत्र मिलना शुरू कर दिया… यह कुबूलनामा है गिरफ्तार की गई घरेलू सहायिका रीना का।
क्रॉसिंग रिपब्लिक की सोसायटी के रीयल एस्टेट कारोबारी ने शांतिनगर निवासी रीना के खिलाफ मंगलवार को नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। वह मूल रूप से खुर्जा के मीरपुर की रहने वाली है। आठ साल से रीयल एस्टेट कारोबारी के यहां काम कर रही थी।
पुलिस पूछताछ में पहले वह मूत्र मिलाकर खाना बनाने से इन्कार करती रही, लेकिन जब उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो चुप्पी साध गई। इसके बाद सख्ती से की गई पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया। एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच ने बताया कि रीना चार महीने से ऐसा कर रही थी। उसे पता नहीं था कि कारोबारी ने कुछ दिन पहले ही रसोईघर में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया है।
उसने बताया कि रोटी बनाते समय वह पानी की जगह मूत्र का इस्तेमाल करती थी। वह खाना परोसने के बाद जब देखती थी कि उन रोटियों को मालिक और उनके परिवार के लोग खा रहे हैं, तो उसे ऐसे लगता था जैसे अपने अपमान का बदला ले रही हो। वह काफी समय से ऐसा कर रही थी। एसीपी ने बताया कि उसे बुधवार को जेल भेज दिया गया।
त्वचा रोग होने पर लगवाया कैमरा
रीयल एस्टेट कारोबारी ने बताया कि कुछ समय से परिवार के लोग बीमार पड़ने लगे। सभी को त्वचा संबंधी रोग हुए। उन्हें लगा कि शायद खाने में कुछ गलत ले रहे हैं। लेकिन, ऐसा नहीं था। इस पर शक हुआ कि रीना खाने में कुछ गलत चीज मिला रही है। सच्चाई जानने के लिए उसे बताए बगैर रसोईघर में कैमरा लगवा दिए। इसकी फुटेज देखकर पता चला कि वह रोटी बनाने में पानी की जगह मूत्र इस्तेमाल करती है। इसके बाद पुलिस से शिकायत की। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह उस पर पूरा भरोसा करते थे। कभी सोचा नहीं था कि वह ऐसा कर सकती है।