पंजाब के मोहाली (Mohali Blast) में हुए हमले से जुड़े मामले में पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है. पुलिस ने निशान सिंह नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. फरीदकोट के रहने वाले निशान सिंह पर हमलावरों की मदद करने का आरोप है. पंजाब पुलिस (Punjab Police) जल्द ही इस मामले की पूरी साजिश का खुलासा करने वाली है. फिलहाल पुलिस संदिग्ध व्यक्ति से पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि सोमवार रात मोहाली में मौजूद पुलिस के खुफिया इकाई के मुख्यालय परिसर में रॉकेट चालित ग्रेनेड से हमला किया. इस हमले की वजह से इमारत की खिड़कियों के शीशे टूट गए. गनीमत ये रही कि जिस कमरे को निशाना बनाया गया, वहां उस वक्त कोई भी मौजूद नहीं था.
मोहाली हमले के बाद से ही पंजाब पुलिस एक्शन में आ गई है. पुलिस ने हमलावरों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़-दिल्ली नेशनल हाइवे से लगते इलाकों में तलाशी अभियान चलाया हुआ है. शाम को हाइवे से लगते इलाकों से 11 लोगों को हिरासत में लिया गया. इसके अलावा, पुलिस ने अंबाला से भी एक संदिग्ध व्यक्ति को गिरफ्तार किया. इन सभी 12 लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. वहीं, साहिबजादा अजीत सिंह नगर के डिस्ट्रिक्ट पब्लिक रिलेशन अधिकारी ने बताया कि पुलिस हमले से जुड़े मामले में मिले सभी सबूतों का सावधानीपूर्वक जांच कर रही है. पुलिस ने फिलहाल मोहाली में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर दिया है.
हमले में इस्तेमाल लॉन्चर किया गया बरामद
वहीं, पंजाब पुलिस ने मंगलवार शाम बताया कि हमले में इस्तेमाल किए गए ग्रेनेड लॉन्चर को बरामद कर लिया गया है. इसके अलावा इस मामले में कई संदिग्धों को पकड़ा गया है. मोहाली पुलिस की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की गई है. हमले में इस्तेमाल किए गए लांचर को पुलिस ने बरामद कर लिया है और मामले में सभी सुरागों का बारीकी से पता लगाया जा रहा है.’ मोहाली में हुई इस घटना को एक बड़ी खुफिया विफलता के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि इस इमारत में राज्य की काउंटर इंटेलिजेंस विंग, विशेष कार्य बल और कुछ अन्य इकाइयों के कार्यालय हैं.
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब हाल ही में हरियाणा के करनाल में पाकिस्तान से संबद्ध चार संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था और पंजाब के तरन तारन जिले से 1.50 किलोग्राम आरडीएक्स (विस्फोटक) से भरा एक आईईडी बरामद हुआ था. इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले, 24 अप्रैल को चंडीगढ़ की बुरैल जेल के पास एक विस्फोटक उपकरण भी बरामद हुआ था.