राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गोवा में समान नागरिक संहिता की प्रशंसा की, कहा- ये देश के लिए अच्छा उदाहरण
पणजी: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गोवा में ‘‘समान नागरिक संहिता’’ की मंगलवार को प्रशंसा करते हुए कहा कि यह राज्य के लिए गर्व का विषय है और देश के लिए अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि राज्य की महानगरीय संस्कृति में महिलाओं को समान दर्जा प्राप्त है।
तीन दिवसीय दौरे पर तटीय राज्य पहुंचीं मुर्मू राज भवन में उनके लिए आयोजित स्वागत समारोह के मौके पर लोगों को संबोधित कर रही थीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि गोवा की महानगरीय संस्कृति में महिलाओं को समानता की दृष्टि से देखा जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘गोवा में उच्च शिक्षा में महिलाओं की संख्या 60 प्रतिशत से अधिक है, लेकिन राज्य में कार्य बल में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता है।’’
मुर्मू ने कहा, ‘‘यह गोवा के लिए गर्व की बात है कि यहां लोगों ने समान नागरिक संहिता को अपना लिया है।’’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘गोवा में रह रहे सभी समुदायों की महिलाओं तथा पुरुषों को समान अधिकार प्रदान करने वाली समान नागरिक संहिता यहां महानगरीय संस्कृति का एक उदाहरण है।’’
उन्होंने कहा कि यह संविधान के अनुरूप है और देश के लिए अच्छा उदाहरण है।
उन्होंने राज्य में ‘‘आत्मनिर्भर गोवा’ पहल की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि इस अवधारणा की देशभर में सराहना की गयी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि तटीय राज्य ने सतत विकास के मापदंडों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
इस मौके पर राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक भी मौजूद रहे।