व्यापार

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और सुरक्षा बीमा योजना का प्रीमियम बढ़ा,

नई दिल्ली: सरकार ने मंगलवार को अपनी प्रमुख बीमा योजनाओं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) का प्रीमियम बढ़ा दिया है। ऐसा इन योजनाओं को आर्थिक रूप से व्यवहारिक बनाए रखने को लिए किया गया। पीएमजेजेबीवाई की प्रीमियम दर को बढ़ाकर 1.25 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया है। इस तरह यह सालाना 330 रुपये से बढ़कर 436 रुपये हो गई है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि पीएमएसबीवाई के लिए वार्षिक प्रीमियम 12 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दी गई है। नयी प्रीमियम दरें एक जून 2022 से प्रभावी हैं।

67% बढ़ा पीएमएसबीवाई का प्रीमियम

इस तरह पीएमजेजेबीवाई का प्रीमियम 32 फीसद और पीएमएसबीवाई का प्रीमियम 67 फीसदी बढ़ा है। इस योजना के तहत किए गए दावों के आधार पर यह फैसला लिया गया है। बीते वित्त वर्ष के अंत यानी 31 मार्च 2022 तक पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत सक्रिय ग्राहकों की संख्या क्रमशः 6.4 करोड़ और 22 करोड़ थी।

मार्च तक आया इतना प्रीमियम

पीएमएसबीवाई की शुरुआत से 31 मार्च 2022 तक प्रीमियम के तौर पर 1,134 करोड़ रुपये की राशि एकत्र की गई और 2,513 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया है। इसके अलावा पीएमजेजेबीवाई के तहत प्रीमियम के रूप में 9,737 करोड़ रुपये की राशि जमा की गई और 14,144 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान किया गया।

बढ़ाया योजनाओं का लक्ष्य

बयान में कहा गया कि भारत को पूरी तरह से बीमाकृत समाज बनाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच के मद्देनजर अगले पांच वर्षों में पीएमजेजेबीवाई के तहत दायरे को 6.4 करोड़ से बढ़ाकर 15 करोड़ और पीएमएसबीवाई के तहत कवरेज को 22 करोड़ से बढ़ाकर 37 करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।

ये हैं इन योजनाओं के फायदे

पीएमजेजेबीवाई बैंक या डाकघर में खाता रखने वाले 18-50 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को किसी भी कारण से मृत्यु होने पर दो लाख रुपये का जीवन बीमा कवर देती है। दूसरी ओर पीएमएसबीवाई 18-70 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को दुर्घटना में मृत्यु या पूर्ण स्थाई विकलांगता के लिए दो लाख रुपये और आंशिक स्थाई विकलांगता के लिए एक लाख रुपये का बीमा कवर देती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights