देहरादून। बिनसर अभयारण्य में वनाग्नि में झुलसे पीआरडी जवान कुंदन की दिल्ली एम्स में उपचार के दौरान मौत हो गई। 18 दिन तक वह जिंदगी की जंग लड़ता रहा, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। पीआरडी जवान की मौत से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
अल्मोड़ा जिले के बिनसर अभयारण्य में 13 जून को भीषण आग लग गई थी। जिसमें आग बुझाने गए चार वन कर्मी भीषण आग में जिंदा जल गए थे। जबकि गंभीर रूप से झुलसे चार वन कर्मियों को उपचार के लिए दिल्ली एम्स पहुंचाया गया। लेकिन चिकित्सकों के भरसक प्रयासों के बावजूद फायर वॉचर और पीआरडी जवान की जान नहीं बचाई जा सकी। फायर वाचर कृष्ण कुमार उम्र 21 वर्ष निवासी भेटुली की बीते 20 जून को दिल्ली एम्स में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
रविवार तड़के दिल्ली एम्स में उपचार के दौरान पीआरडी जवान कुंदन नेगी उम्र 44 वर्ष निवासी खाखरी, भैसियाछाना ब्लाक की मौत हो गई।
आग बुझाने गए चार वन कर्मियों त्रिलोक मेहता, करन आर्या, दिवान राम, पूरन सिंह की झुलसने से मौके पर ही मौत हो गई थी। दो झुलसे वन कर्मियों भगवत सिंह उम्र 38 वर्ष निवासी भेटुली व कैलाश भट्ट, निवासी घनेली उम्र 54 वर्ष का दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा है।