प्राण प्रतिष्ठा समारोह को देशभर के सभी गांवों में LIVE दिखाया जाएगा, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी का एलान
नई दिल्ली. अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले मंदिर उद्घाटन तथा राम लला प्राण प्रतिष्ठा समोरोह में जो लोग शामिल नहीं हो पा रहे हैं उनके लिए गुड न्यूज है कि वे घर बैठे ही रामलला के दर्शन कर सकेंगे. केंद्र सरकार ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण कराने का फैसला लिया है.
केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने कहा है कि देशभर में कोई भी बड़ा गांव ऐसा नहीं बचेगा, जहां प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव नहीं दिखाया जाएगा. रेड्डी ने 22 जनवरी के आयोजन को भारत की आजादी के बाद हिंदुओं के लिए सबसे भव्य और उत्साहपूर्ण आयोजन भी बताया.
जी. किशन रेड्डी ने कहा कि, “न केवल हिंदू बल्कि दुनियाभर में रहने वाले सभी लोग राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार कर रहे हैं, और बहुत खुश भी हैं. पूरे देश में कोई भी बड़ा गांव नहीं बचेगा, जहां लोग प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव नहीं देख पाएंगे. कार्यक्रम टाइम स्क्वायर पर भी लाइव दिखाया जाएगा.”
भाजपा नेता ने कहा कि राम मंदिर उद्धाटन को लेकर बहुत सारी स्वैच्छिक गतिविधियां की जाएंगी, लोग भोजन वितरित करेंगे, स्वच्छता अभियान आयोजित किए जाएंगे. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोग भगवान राम की सेवा में भाग लेना चाहते हैं.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सचिव चंपत राय ने देश के लोगों से मकर संक्रांति से ‘प्राण प्रतिष्ठा’ दिवस तक मंदिरों में स्वच्छता आंदोलन चलाने की अपील की है. एक वीडियो संदेश में राय ने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाहा है, मैं सभी भारतीयों, राम भक्तों और हिंदू समुदाय के लोगों से मकर संक्रांति से लेकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह तक मंदिरों में स्वच्छता आंदोलन चलाने की अपील करता हूं. स्वच्छता भगवान को प्रिय है. मैं मंदिर के अधिकारियों से भी अपील करता हूं, कि वे 22 जनवरी को सुबह 10 बजे संबंधित मंदिरों में स्थानीय लोगों को इकट्ठा करें, भजन करें और प्राण प्रतिष्ठा दिवस मनाएं.”
उन्होंने कहा, “मंदिर प्राधिकारियों से खास अनुरोध है, कि वे एलईडी टेलीविजन पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण करें, और इसे स्थानीय लोगों को दिखाएं. 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरती की जाएगी. इसलिए मंदिर प्राधिकारियों से अनुरोध है कि वे ऐसा करें, उनके मंदिरों में आरती की जानी चाहिए. सभी मंदिरों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए. इसके बाद लोगों को प्रसाद वितरित किया जाना चाहिए. आप इसे अपनी आर्थिक क्षमता और उपलब्धता के आधार पर कर सकते हैं.”
उधर, तेलुगु में बनने वाली फिल्म ‘हनुमान’ के निर्माताओं ने घोषणा की है, कि वे बेचे गए प्रत्येक टिकट से 5 रुपये दान करेंगे.