एक तरफ पाकिस्तान क्रिकेट टीम मैदान में जीत के लिए जूझ रही है, तरस रही है, संघर्ष कर रही है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) अपने अलग ही झगड़े में उलझा हुआ है. अचानक ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अपनी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा को बर्खास्त करते हुए अपनी पसंद के नजम सेठी को मुखिया बना दिया. इस फैसले के बाद से ही बवाल मचा हुआ है और रमीज राजा ने नजम सेठी समेत पर बोर्ड पर ही जमकर आरोप लगाए. अब PCB ने इन आरोपों को जवाब देते हुए रमीज के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी तक दे डाली है.
हमेशा से विवादों में रहने वाले पाकिस्तान क्रिकेट में फिलहाल ये सबसे नया बवाल है, जिसकी शुरुआत पिछले हफ्ते हुई थी. PCB के तत्कालीन अध्यक्ष रमीज राजा को अचानक उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया था. इसके बाद रमीज राजा ने हाल ही में टीवी 9 नेटवर्क से खास बातचीत में पाकिस्तान बोर्ड के नए प्रमुख नजम सेठी पर जमकर आरोप लगाए थे और साथ ही कहा था कि उन्हें अपना सामान तक नहीं ले जाने दिया गया.
PCB ने दी एक्शन की धमकी
इन आरोपों के बाद जाहिर तौर पर PCB की ओर से प्रतिक्रिया होनी थी और अब बोर्ड ने इन आरोपों का जवाब भी दिया है. टीवी 9 नेटवर्क के इस इंटरव्यू के बाद PCB ने रमीज के आरोपों पर सफाई दी. एक बयान में पीसीबी ने कहा कि नजम सेठी के खिलाफ पूर्व अध्यक्ष के इन बयानों से बोर्ड बेहद निराश हैं. बोर्ड ने कहा कि रमीज राजा न सिर्फ नजम सेठी, बल्कि PCB की भी छवि को चोट पहुंचा रहे हैं. इतना ही नहीं, बोर्ड ने रमीज को धमकी देते हुए कहा कि PCB के पास उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का अधिकार है, ताकि वे बोर्ड, इसके अध्यक्ष और इसके संविधान की प्रतिष्ठा को खराब होने से बचा सकें.
‘PCB के दरवाजे रमीज के लिए खुले’
लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में PCB के मुख्यालय में एंट्री न मिलने और सामान ले जाने से रोकने के आरोप को भी बोर्ड ने खारिज कर दिया. इसके मुताबिक, रमीज राजा को बुधवार 28 दिसंबर को ही उनका सारा सामान लौटा दिया जाएगा. बोर्ड ने साथ ही कहा कि रमीज राजा को कभी भी गद्दाफी स्टेडियम में आने से नहीं रोका गया और भविष्य में भी PCB दफ्तर के दरवाजे उनके लिए खुले रहेंगे.
रमीज राजा ने टीवी 9 के साथ अपने इंटरव्यू में PCB की कार्यवाही में राजनीतिक दखल का आरोप भी लगाया था और अपनी बर्खास्तगी को गलत ठहराया था. PCB ने इस पर भी प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने वही किया, जिसका अधिकार संविधान के तहत उन्हें है. बोर्ड ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 2014 के संविधान को फिर से लागू कर सिर्फ पॉपुलर डिमांड को पूरा किया है, जिससे पाकिस्तान क्रिकेट, फैंस और इसके साथ जुड़ने वाले लोगों का ही भला होगा.
रमीज को याद दिलाई पुरानी ‘हरकतें’
इतना ही नहीं, PCB ने उल्टा रमीज पर ही आरोप लगाया कि उन्होंने खुद अध्यक्ष बनते ही टीम में दखलंदाजी शुरू की थी. बोर्ड ने कहा कि रमीज ने 2021 में अध्यक्ष बनने के 10 दिनों के अंदर ही मिस्बाह उल हक और वकार यूनुस को कोचिंग पदों से हटने का आदेश दे दिया था. इतना ही नहीं, बोर्ड ने रमीज का ध्यान उनके पुराने फैसले की ओर भी खींचा, जब उन्होंने 2021 के टी20 विश्व कप के लिए स्क्वॉड के ऐलान के बावजूद 3 और खिलाड़ियों को जोड़ा था. बोर्ड ने साथ ही रमीज राजा को याद दिलाया कि जिस पार्टी के दम पर वो अध्यक्ष बने थे, उसे पिछले चुनावों में हार मिली थी.