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हमलावरों का सुराग देने पर एक लाख इनाम, ट्रेन में खून से लथपथ मिली थी महिला सिपाही

लखनऊ: सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही पर हमले के 17 दिन बाद भी यूपी पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। इस मामले अब पीड़ित महिला सिपाही ने अपना बयान पुलिस को दे दिया है। उन्होंने बताया कि घटना के दौरान दो लोग शामिल थे। हालांकि इस मामले की जांच एसटीएफ कर रही है। महिला सिपाही के बयान के बात  STF ने आरोपियों की पहचान बताने वाले को एक लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की है।  वहीं आरोपियों की सूचने वाले का नाम गोपनीय रखते हुए उसे एक लाख रुपये इनाम दिया जाएगा। इन नंबरों पर कोई भी गुप्त जानकारी दे सकता है- 9454401210, डिप्टी एसपी 9454401828, जांच अधिकारी 9454402257  फिलहाल महिला सिपाही का इलाज लखनऊ ट्रामा सेंटर में चल रहा है।

बता दें कि 30 अगस्त को आधी रात में सरयू एक्सप्रेस के अंदर ड्यूटी पर तैनात महिला सिपाही के साथ कुछ अज्ञात लोगों द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया। 31 अगस्त की सुबह 4 बजे अयोध्या जंक्शन पर कुछ यात्रियों ने महिला को बर्थ के नीचे गंभीर हालत में देखा और पुलिस को सूचना दी, वहीं कुछ लोगों ने इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। उसके बाद मामले इलाहाबाद हाई ने यूपी सरकार और रेलवे विभाग से इस मामले में जानकारी मांगी थी।

पुलिस बोली- आरोपियों की शिनाख्त का चल रहा प्रयास

बहस के दौरान कोर्ट को उक्त अधिकारी ने महिला सिपाही की हालत के बारे में बताया कि उसकी स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है और उसका बयान भी अभी तक दर्ज नहीं हो सका है। इसके अलावा कोर्ट को यह भी बताया गया कि आरोपियों की शिनाख्त करने का प्रयास चल रहा है। जीआरपी ऑफिसर और यूपी सरकार के जवाब पर कोर्ट ने संतुष्टि जताई। इसके साथ ही यूपी सरकार को मामले की जल्द से जल्द जांच को पूरी कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

सामूहिक दुष्कर्म की आशंका

गौरतलब है कि वर्तमान मामले में मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर और न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की खंडपीठ ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सार्वजनिक छुट्टी के दिन रविवार को रात 8 बजे सुनवाई की। मौजूदा याचिका अधिवक्ता राम कौशिक द्वारा पत्र याचिका के माध्यम से दाखिल की गई है। याचिका में पीड़िता के साथ हुई दुदाँत घटना और गंभीर चोटों का विवरण देने के साथ ही सामूहिक दुष्कर्म की आशंका जताई गई है। तथ्यों के अनुसार महिला सिपाही की ड्यूटी अयोध्या के सावन मेले में लगी हुई थी। मनकापुर से अयोध्या रेलवे स्टेशन के बीच चलती ट्रेन में वारदात को अंजाम दिया गया है। वर्तमान घटना भारतीय रेलवे के कुछ प्रावधानों के उल्लंघन को दर्शाती है।

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