गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व पर सीएम योगी आदित्यनाथ बोले- गुरु परंपरा को सम्मान देना हमारा दायित्व
सिखों के 10 वें गुरु गोविंद सिंह का 356 वां प्रकाश पर्व श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ शहर भर के गुरुद्वारों में मनाया जा जा रहा है। प्रकाश पर्व के उल्लास में शामिल होने जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाका गुरुद्वारा पहुंचे तो पूरा हॉल जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल…से गूंज उठा। गुरु के दीवान के समक्ष माथा टेकने के बाद मुख्यमंत्री ने गुरु गोविंद सिंह के द्वारा समाज को एक सूत्र में बांधने के प्रयास की सराहना की।
उन्होंने कहा कि गुरुनानक देव से लेकर गुरू गोविंद सिंह महाराज ने धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए विशेष योगदान दिया। सिख गुरुओं के त्याग और बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। सिख गुरु हम सबके लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवास पर गुरु को समर्पित कार्यक्रम से ऊर्जा मिली। गुरु के आशीर्वाद से ही कई परेशानियों पर विजय पाई। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह एक दिव्य पुरूष थे। सिख गुरुओं ने देश और धर्म की रक्षा कर भारत को एक नई दिशा दी। गुरु परम्परा के तेज का ही परिणाम है कि सिख समुदाय के लोग कहीं भी हों देश हित में अपना योगदान दे रहे हैं।
वहीं सतपाल सिंह मीत ने सिख समुदाय की ओर से गुरु गोविंद सिंह जी के नाम पर लखनऊ या आस- पास के जिले में मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग उठाई। नाका गुरुद्वारे के प्रधान राजेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तलवार व स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन, महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक सुरेश तिवारी, अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य परविंदर सिंह व सतपाल सिंह मीत आदि लोग शामिल रहे।