अब ग्रीन कोरिडोर से सिर्फ आधा घंटा का होगा लखनऊ से कानपुर का सफर- नितिन गडकरी
केन्द्रीय भूतल परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे सहित 14,199 करोड़ की आठ बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी। खराब मौसम की वजह से गडकरी का चार्टर्ड प्लेन चकेरी एयरपोर्ट पर नहीं उतर सका इसलिए गडकरी ने लखनऊ से ही वर्चुअल शिलान्यास किया। इस मौके पर सभा को सम्बोधित करते हुए नितिन गडकरी ने यूपी की कानून-व्यवस्था की तारीफ की। उन्होंने कहा कि योगी जी ने सज्जन लोगों को परेशान करने वालों को जड़ से उखाड़ दिया।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश बदल रहा है। शहरों की दूरियां कम करने के अपने अभियान का उल्लेख करते हुए गडकरी ने उत्तर प्रदेश और देश में बनाए जाने वाले एक्सप्रेस वे, रिंग रोड और अन्य सड़क परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस वे के बनकर तैयार हो जाने के बाद लखनऊ और कानपुर की दूरी घटकर सिर्फ आधा घंटा हो जाएगी। जैसे मुंबई और पुणे के बीच जिस प्रकार का हुआ उसी प्रकार का कानपुर और लखनऊ के बीच यातायात की व्यवस्था होगी। बिजली, पानी, परिवहन, दूरसंचार इनके बिना किसी भी राज्य का विकास नहीं हो सकता। उत्तर प्रदेश का विकास भी इसलिए नहीं हुआ था क्योंकि यहां इसके बारे में काफी गंभीर समस्याएं थीं। मैं घोषणा कर रहा कि हम उत्तर प्रदेश में 7 ग्रीन फील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेस हाईवे बनाएंगे।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के बारे में खास बात ये है कि ये 3D ऑटोमेटेड मशीन गाइडेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा। बता दें कि यह हाईवे के डेवलपमेंट के लिए 3D AMG टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने वाला भारत का पहला एक्सप्रेसवे होगा। लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे का निर्माण 2023 तक पूरा करने का टार्गेट रखा गया है। आगामी सौ सालों में बढ़ने वाले ट्रैफिक के दबाव को ध्यान में रखकर एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। शहीद पथ से शुरू होकर बनी, कांठा व अमरसास को जोड़ने वाला एक्सप्रेस-वे कानपुर के निकट एनएच-27 के जंक्शन को कनेक्ट करेगा।
4200 करोड़ की लागत से बन रहे कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे की डिजाइन आठ लेन के हिसाब से तैयार की जा रही है। एक्सप्रेस-वे की सड़क छह लेन की होगी, लेकिन फ्लाईओवर के स्ट्रक्चर आठ लेन के होंगे। शहीद पथ लखनऊ से बनी तक सेंट्रल डिवाइडर पर सिंगल पिलर पर छह लेन एलीवेटेड रोड बनेगा, इसके बाद बनी से उन्नाव होते हुए आजाद चौराहा तक रोड 6 लेन होगी। एक्सप्रेस-वे को गंगा बैराज मार्ग,उन्नाव-लालगंज हाइवे और कानपुर में बनने वाले आउटर रिंग रोड से भी जोड़ा जाएगा।