कुख्यात गैंगस्टर अनिल का दुजाना गांव में हुआ अंतिम संस्कार, बड़ी संख्या में इकठ्ठा हुए लोग
उत्तर प्रदेश विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के साथ मुठभेड़ में मारे गये दुर्दांत बदमाश अनिल दुजाना का शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ग्रेटर नोएडा के एक गांव में अंतिम संस्कार किया गया. प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जनपद के बादलपुर थानांतर्गत दुजाना गांव में 43 वर्षीय बदमाश का अंतिम संस्कार दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे किया गया. पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार को एसटीएफ ने मेरठ में दुजाना को मुठभेड़ में मार गिराया था.
पैतृक गांव में किया गया अंतिम संस्कार
पुलिस के अनुसार दुजाना पर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मुजफ्फरनगर और दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में कुल 65 मामले दर्ज थे. पुलिस उपायुक्त (मध्य नोएडा) राम बदन सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया ” उसका (अनिल दुजाना का) अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में आज दोपहर किया गया. अंतिम संस्कार के मद्देनजर पीएसी की एक प्लाटून और करीब 75 पुलिसकर्मियों को क्षेत्र में तैनात किया गया था. इस दौरान कानून व्यवस्था का कोई मामला सामने नहीं आया.”
गिरोह के सदस्यों से मिलने जा रहा था अनिल दुजाना
अनिल दुजाना के एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश एसटीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक अमिताभ यश ने कहा, अनिल दुजाना (43) को गुरुवार दोपहर मेरठ के एक गांव में यूपी एसटीएफ के एडिशनल एसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में हमारी टीम ने अपराधी को घेर लिया. उसने बचने के लिए हमारी टीम पर फायरिंग की और जवाबी फायरिंग में मारा गया. उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने कहा कि घटना के समय दुजाना वाहन में अकेला था, जानकारी के अनुसार अनिल दुजाना अपने गिरोह के कुछ सदस्यों से मिलने जा रहा था.
बड़े ऑपरेशन की बना रहा था योजना
पुलिस ने कहा कि वह हाल ही में जमानत पर जेल से रिहा हुआ था और फिर से अपना गिरोह बनाने की कोशिश कर रहा था. उसके खिलाफ गौतम बौद्ध नगर के दादरी पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली का मामला भी दर्ज किया गया था. एसटीएफ ने दावा किया कि दुजाना एक बड़े ऑपरेशन की योजना बनाने और उसे अंजाम देने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों से मिलने के लिए बागपत से मुजफ्फरनगर जा रहा था. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से चार पिस्तौल और कई कारतूस जब्त किए गए हैं.