अतीक के बेटे असद के मारे जाने पर टॉप ट्रेंड हुआ ‘मिट्टी में मिला देंगे’, योगी को मिला इंटरनेट मीडिया का साथ
विधानसभा में मैं ये बात कह रहा हूं, कि इस ‘माफिया को मिट्टी में मिला दूंगा’। ट्विटर पर ‘मिट्टी में मिला दूंगा’ (Mitti Me Mila Dunga) आज सोशल मीडिया साइट्स ट्विटर पर खूब ट्रेंड कर रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफिया में मिट्टी में मिलाने का ये वादा यूपी विधानसभा में करते हुए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस माफिया को वित्त पोषित करने का काम समाजवादी पार्टी की सरकार ने किया है। इस माफिया को खत्म करने का काम हमने किया है और हम इसे मिट्टी में मिला देंगे। दरअसल उमेश पाल हत्याकांड के बाद विधानसभा सत्र के दौरान यूपी के मुख्यमंत्री ने यह बात कही थी।
मिट्टी में मिला दिया कर रहा ट्रेंड
एक बार फिर से ‘मिट्टी में मिला दूंगा’ चर्चा में आ गया है कि क्योंकि अतीक अहमद के बेटे असद को पुलिस ने झांसी में हुए एक एनकाउंटर में मार गिराया है। यही नहीं एक और अपराधी गुलाम भी असद के साथ इसी एनकाउंटर में मारा गया है। असद बाहुबली अतीक अहमद का बेटा है। अतीक अहमद जो जेल की सलाखों के पीछे उम्रकैद की सजा काट रहा है। आज उसके बेटे असद को भी उसके पापों की सजा मिल गई है। उमेश पाल हत्याकांड में असद समेत कई अन्य वांछित अपराधी थे। असद पर पुलिस ने 5 लाख रुपये का ईनाम भी घोषित किया था।
यूपी पुलिस ने साबित किया अपना दम
प्रयागराज के धूमनगंज में गोली और बम मारकर उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी जो कि राजू पाल हत्याकांड के इकलौते गवाह थे। इसी गोलीबारी और बमबाजी में पुलिस के दो जवानों की भी मौत हो गई थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद से ही असद लगातार फरार चल रहा था। इस बीच अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुना दी गई। लंबे समय से असद फरार चल रहा था। इस कारण यूपी पुलिस और एसटीएफ की टीम के खिलाफ नाराजगी बढ़ती ही जा रही थी। लेकिन झांसी में हुए एनकाउंटर ने एक बार फिर से यूपी पुलिस के दम को साबित कर दिखाया है। यूपी पुलिस द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि अतीक का बेटा असद और गुलाम दोनों अतीक और अशरफ के काफिले पर हमला कर उन्हें छुड़ाना चाहते थे। लेकिन एनकाउंटर में अब दोनों का खात्मा हो चुका है।