Delhi: पार्क में टहल रहे बदमाशों ने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से लिया पंगा, मुक्का मार लूटी चेन; फिर जो हुआ वो हैरान करने वाला
नई दिल्ली। अति सुरक्षित नई दिल्ली जिला के चाणक्यपुरी थाना अंतर्गत नेहरू पार्क में शनिवार शाम को सैर कर रहे दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) में तैनात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विनोद कुमार बडोला को ही दो बदमाशों ने निशाना बना डाला। पिस्टल दिखाकर गोली मार देने की धमकी देते हुए बदमाशों ने उनकी सोने की चेन लूट ली।
इंस्पेक्टर को ट्रैकसूट में अकेला देखकर बदमाशों ने उन्हें आम नागरिक समझ दहशत पैदा करने के मकसद से उन पर पिस्टल तानते हुए चेहरे पर मुक्का भी मारा व चेन तोड़ने के बाद मौके से भागने लगे, लेकिन कुछ ही मिनट में पाशा पलट गया, जब इंस्पेक्टर ने जांबाजी दिखाते हुए जान की परवाह किए बिना दोनों का पीछा शुरू कर दिया।
पिस्टल वाले बदमाश को दबोचा
इंस्पेक्टर ने सबसे पहले उस बदमाश को दबोचा, जिसके पास पिस्टल थी। दोनों में गुत्थम-गुत्थी होने के दौरान बदमाश की पिस्टल नीचे गिर गई जिसे इंस्पेक्टर ने जब्त कर अपनी चेन भी बरामद कर ली। पिस्टल से लैस बदमाश को काबू में करने के बाद इंस्पेक्टर ने पीसीआर कॉल कर सहकर्मियों को मौके पर बुला लिया।
दूसरे बदमाश को भी दबोचा
उसके बाद दूसरे बदमाश की तलाश शुरू की गई। कुछ ही देर में पार्क में फाउंटेन के पास झाड़ियों में बैठा देख उसे भी दबोच लिया गया। बदमाशों द्वारा अगर किसी अन्य को शिकार बनाया गया होता, तब चाणक्यपुरी थाने में झपटमारी की एफआईआर दर्ज होकर रह जाती।
सुबह बदमाशों ने रोका
विनोद कुमार बंडोला का कहना है कि वह रोज की तरह 16 मार्च की शाम 5:40 बजे विनय मार्ग स्थित अपने ऑफिस से निकलने के बाद नेहरू पार्क में सैर करने गए थे। पार्क के मेन गेट से करीब 200 मीटर दूर पहुंचे ही थे कि सामने से आ रहे दो बदमाशों ने उन्हें रोक लिया।
आठ-दस कदम भागकर बदमाश दबोचा
उनमें एक ने उनके गले से चेन तोड़ने की कोशिश की। विरोध जताने पर उस बदमाश ने उनका हाथ पकड़ लिया और दूसरे ने उनके चेहरे पर मुक्का मार पिस्टल भी तान दी और चेन तोड़ ली। वारदात के बाद दोनों मेन गेट की तरफ भागने लगे। जिस पर उन्होंने आठ दस कदम भागकर पहले पिस्टल लिए बदमाश को दबोच लिया।
कुछ ही दूर में दोनों बदमाश पार्क में ही दबोच लिए गए। दोनों में एक की पहचान सरोजनी नगर निवासी गौरव और तुगलक रोड झुग्गी बस्ती में रहने वाले पवन देव के रूप में हुई। दोनों पर हत्या के प्रयास के साथ लूटपाट व डकैती आदि कई मामले दर्ज हैं। गौरव कुछ समय पहले ही जेल से बाहर आया था। दोनों पार्क में सैर करने आए कपल को निशाना बनाते थे।
बता दूं कि बडोला कई हाई प्रोफाइल आपरेशनों और खूंखार गैंगस्टरों के साथ मुठभेड़ में शामिल रहे हैं। अक्टूबर 2013 में बडोला और उनकी टीम ने उस समय के सबसे खतरनाक गैंगस्टर नीतू दाबोदिया को वसंत कुंज में एक पांच सितारा होटल के सामने मुठभेड़ में मार गिराया था। मुठभेड़ में उसके दो अन्य साथी भी मारे गए थे और एके 47 बरामद हुई थी।
इसके बाद उन्होंने कई आतंकवाद विरोधी अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री समेत कई अन्य पदकों से सम्मानित किया गया।
बडोला और उनकी टीम ने नार्को-तस्करी के लिए अफगानिस्तान से ईरान के माध्यम से भूमि मार्ग और फिर समुद्र के माध्यम से पश्चिमी भारत के बंदरगाहों तक भूमि मार्ग का उपयोग करके तालिबान समर्थित कार्टेल के अब तक अज्ञात कार्यप्रणाली का भी पर्दाफाश किया था। 1320 करोड़ रुपये मूल्य की 330 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी जो उस समय दिल्ली पुलिस के इतिहास में सबसे बड़ी बरामदगी थी। दिल्ली और हरियाणा के पांच अफगान नागरिकों सहित नौ कार्टेल सदस्यों को जब्त किया गया था।