तीन साल तक छात्रा का मानसिक उत्पीड़न, सहायक प्रोफेसर गिरफ्तार

“फेल कर दूंगा” की धमकी, कॉल-मैसेज से प्रताड़ना: छात्रा की आपबीती सुन सन्न रह गए लोग
मुजफ्फरनगर- कॉलेज की एक छात्रा जब शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं के पास पहुँची और बीते तीन वर्षों से सहायक प्रोफेसर द्वारा किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न की आपबीती सुनाई, तो वहां मौजूद हर कोई हैरान रह गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रोफेसर को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पीड़िता का आरोप है कि कॉलेज के एक सहायक प्रोफेसर ने तीन साल से उसे लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। छात्रा ने बताया कि आरोपी रात में आपत्तिजनक संदेश, वीडियो और वॉइस कॉल भेजता था। जब वह कॉल रिसीव नहीं करती, तो उसे प्रैक्टिकल परीक्षा में फेल कराने या बैक लगवाने की धमकी दी जाती थी।
यह छात्रा का फाइनल ईयर था और वह मानसिक रूप से इतनी टूट चुकी थी कि आत्महत्या तक के विचार आने लगे थे। डर के चलते उसने कॉलेज आना भी बंद कर दिया। आरोपी उसी सेमेस्टर में मशरूम कल्टीवेशन विषय का प्रोफेसर था और विभाग या कमरे के बाहर मिलने का दबाव भी बनाता रहा।
शिकायत के बावजूद नहीं हुई कार्रवाई
छात्रा ने पहले कॉलेज प्राचार्य से लिखित शिकायत की थी, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके बाद 21 मई को उसने 1090 महिला हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन वहां से भी राहत नहीं मिली।
जाट महासभा के जिलाध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने आरोप लगाया कि महिला हेल्पलाइन टीम ने पीड़िता से बातचीत किए बिना ही आरोपी से मिलकर गलत रिपोर्ट तैयार कर दी।
सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
सामाजिक कार्यकर्ता और देहाती फिल्म निर्माता विकास बालियान ने बताया कि छात्रा ने शुक्रवार को उनसे संपर्क कर मदद मांगी थी। उन्होंने इसे बेहद शर्मनाक घटना बताते हुए कहा कि आरोपी ने छात्रा को लंबे समय से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई ज़रूरी है।
धर्मवीर बालियान ने आश्वासन दिया कि छात्रा के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और दोषी को कड़ी सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।