मकर सक्रांति के माता गुर्जरी पन्नाधाय ट्रस्ट की टीम के द्वारा कोरोना की गाय को देखते हुए मनाया गया
मकर सक्रांति के माता गुर्जरी पन्नाधाय ट्रस्ट की टीम के द्वारा कोरोना की गाय को देखते हुए मनाया गया जिसमें सभी प्रदेशों की महिलाओं ने दिल्ली राजस्थान हरियाणा मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश अन्य जिले की महिलाओं ने मकर सक्रांति को अपने अपने विचारों और रिवाजों को एक दूसरे से परिचित कराया जिसमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को जागृत करने के लिए और आने वाली पीढ़ी को जागरूक करने के लिए इस तरह की कार्यक्रम समय-समय पर किया जा रहा है माता गुर्जरी पन्नाधाय ट्रस्ट की अध्यक्ष रेखा गुर्जर की अध्यक्षता में मीटिंग का संचालन नूतन भाटी और शशि लोहोमोर्ड मावी ने किया और उनके विचारों को भली-भांति अमल में लाने के लिए और उनके प्रति कैसे जागरूक किया जाए इस पर चर्चा की जिसमें सभी महिलाओं ने अपने विचार रखें साक्षी कसाना जी ज्योतिषाचार्य ने विधि और विधान के अनुसार मकर सक्रांति के विषय में जानकारी दी और सुनीता खटाना कुमारी आशा कृष्णा मंडार गीता गुर्जर पूनम लोहिया ने अपने पारंपरिक वेशभूषा के साथ में जो मीटिंग मैं उपस्थित रहे और उसका महत्व बताया राजस्थान से पतंजलि योगपीठ की सुनीता गुर्जर और पूनम लेखपाल जी मध्यप्रदेश से मोना भड़ना हरियाणा से इंस्पेक्टर सुनीता देवी उत्तर प्रदेश से डॉक्टर कुशल नगर रुचि भाटी सावित्री देवी जी ने अपने विचार रखे और परंपराओं के विषय में आज के आधुनिक युग में क्या बदलाव आया है इस पर चर्चा की और लोकगीत भी सुनाएं माता गुर्जरी पन्नाधाय ट्रस्ट से जुड़ी हुई निर्मल जी ने गंगासागर से भी इस मीटिंग मे मकर सक्रांति पर पुराने और आधुनिक रीति-रिवाजों के बदलाव के बारे में बताया जिसमें कौशल राणा हेमलता कक्कड़ अन्य महिलाओं ने भी हिस्सा लिया सुनीता खटाना जी ने बताया आज भी हम लोग अपने पारंपरिक वेशभूषा के साथ में ही मकर सक्रांति जैसे त्यौहार हो मनाते हैं और अपनी बेटियों को भी इसके विषय में बताते हैं इसके लिए लगातार कोशिश है कि संस्कृति और परंपराएं के प्रति लोग और लोगों को जागरूक किया जाए और आने वाली पीढ़ी इनको याद रखें और पारंपरिक तरीके से मनाएं यह ट्रस्ट का उद्देश्य है