शहीद को नम आंखों से दी अंतिम विदाई
लद्दाख टैंक हादसे में शहीद हुए थे पौड़ी जिले के जवान भूपेंद्र नेगी
देहरादून। लद्दाख टैंक हादसे में बलिदान पौड़ी जिले के भारतीय सेना के जवान भूपेंद्र नेगी को उनके परिजनों, क्षेत्रवासियों, भारतीय सेना और गणमान्य नागरिकों ने नम आंखों से अन्तिम विदाई दी। बलिदानी की पार्थिव देह का उनके पैतृक घाट पाबौ ब्लॉक के बोडोली घाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
बीते 28 जून को लद्दाख में श्योक नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने के कारण टैंक को नदी पार करवा रहे सेना के 5 जवान देश सेवा में बलिदान हो गए। इनमें पौड़ी जिले के बिशल्ड गांव निवासी भूपेंद्र नेगी भी शामिल थे।
मंगलवार को उनका पार्थिव देह गांव लाया गया। अंतिम दर्शन के पश्चात पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए पाबौ के बोडोली घाट पर लाया गया। जहां पर सेना के जवानों ने उन्हें सलामी दी। उनके पार्थिव शरीर को उनके बेटे ने मुखाग्नि दी। इससे पूर्व कैबिनेट मंत्री व क्षेत्रीय विधायक डा. धन सिंह रावत सहित अन्य लोगों ने बलिदानी भूपेंद्र नेगी को श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर डा. रावत ने कहा कि यह भावुक पल है लेकिन देश के लिए भूपेंद्र की शहादत गर्व का पल है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयास से ही शहीद हुए जवानों के पार्थिव शरीर उनके गांव घर लाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र द्वारा दी गई शहादत को देश याद रखेगा।