क्या भाई-बहन का संबंध बनाना सही है? अंग्रेजी के टेस्ट-पेपर में पूछा अश्लील सवाल, पाकिस्तान में बवाल
अब पाकिस्तान में एक अलग ही मामला सामने आया है. वहां पर COMSATS यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने ऐसा सवाल पूछ लिया है जो अश्लीलता को बढ़ावा दे रहा है. पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के शहजाद टाउन पुलिस स्टेशन में एक शिकायत दर्ज की गई है. इसमें COMSATS यूनिवर्सिटी इस्लामाबाद के एक आपत्तिजनक क्विज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है. हुआ यूं कि प्रोफेसर ने परीक्षा में स्टूडेंट्स से पूछ लिया कि भाई-बहन का संबंध बनाना सही या गलत? इस मामले के बढ़ने के बाद प्रोफेसर की सेवाएं खत्म कर दी हैं. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
क्या पूछ लिया सवाल में?
इस एग्जाम का पेपर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इसके बाद से ही इस मामले में विवाद बढ़ता जा रहा है. इसमें काल्पनिक घटना के संदर्भ में सवाल किया गया है कि ‘भाई और बहन के बीच बने शारीरिक संबंधों’ पर परीक्षार्थी अपनी निजी राय दें. इससे पहले भी LUMS यूनिवर्सिटी विवादों में घिर गई थी. लाहौर की इस यूनिवर्सिटी में कुछ छात्रों ने बॉलीवुड डे मनाया था. इसमें छात्र हिंदी फिल्मों के अलग-अलग किरदारों में नजर आए थे. उसके बाद रूढ़िवादियों ने इस डे को मनाने पर यूनिवर्सिटी को कटघरे में ले लिया था. वहीं कई फेमस लोगों ने LUMS का सपोर्ट भी किया था.
प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी ने बाहर निकाला
यूनिवर्सिटी ने बयान में कहा कि आपत्तिजनक सवाल पूछने वाले प्रोफेसर को बाहर कर दिया है और उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है. इस मामले में पाकिस्तान के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने भी संज्ञान ले लिया है. मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि यूनिवर्सिटी मामले की जांच करे और दोषी लोगों को कड़ी सजा दी जाए. इस तरह की अश्लीलता को बढ़ावा देने के आरोप में पाकिस्तान के कई नेताओं, मशहूर हस्तियों और पत्रकारों ने प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.
धार्मिक भावनाएं की आहत
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक, उन्हें सोमवार के दिन ऑफिस में अश्लील एग्जाम पेपर के बारे में सोशल मीडिया की एक वायरल पोस्ट से पता चला. इस फोटो से उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुईं. शिकायतकर्ता का कहना है कि यूनिवर्सिटी के टीचर के खिलाफ केस होना चाहिए और उसे सजा भी दी जानी चाहिए. उस प्रोफेसर ने परीक्षा में स्टूडेंट्स से अनैतिक और अश्लील सवाल किए और उन्होंने इस तरह इस्लामी शिक्षाओं के खिलाफ काम किया है.