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मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के न‍िर्देश, बोले- तेजी से उपलब्ध कराएं पानी के कनेक्शन

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र (Durga Shankar Mishra) की अध्यक्षता में ‘जल जीवन मिशन’ (Jal Jeevan Mission) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष परिवारों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के कनेक्शन उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लायी जाए। यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कनेक्शन के प्रतिमाह बिल की वसूली नियमित रूप से हो, ताकि प्राप्त धनराशि से मैन्टीनेन्स आदि कार्य हो सके। इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों की कुछ महिलाओं को पानी की गुणवत्ता के परीक्षण के साथ प्लम्बर और सोलर संबंधित कार्यों का भी प्रशिक्षण करा दिया जाए, जिससे मरम्मत, लीकेज आदि समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर ही हो सके।

उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत लम्बित एनओसी को आपसी समन्वय से यथाशीघ्र प्राप्त करने के प्रयास सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं के लिए विद्युत संयोजन उपलब्ध कराने के कार्य की समीक्षा कर जल्द से जल्द विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करा दिए जाएं।

45,29,898 परिवारों को फंक्शन हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन उपलब्ध 

बैठक में प्रमुख सचिव नमामि गंगे, अनुराग श्रीवास्तव ने योजना की अद्यतन प्रगति से अवगत कराते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 15 सितम्बर, 2022 तक 45,29,898 परिवारों को फंक्शन हाउसहोल्ड टैप कनेक्शन उपलब्ध कराया जा चुका है। बुन्देलखंड और विंध्याचल में लक्ष्य के सापेक्ष 70 प्रतिशत परिवारों को पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है। इसके अतिरिक्त रेलवे विभाग से 151 एनओसी की आवश्यकता है, जिसमें 130 एनओसी प्राप्त हो चुकी हैं, 20 लंबित हैं। इसी प्रकार वन विभाग से 201 एनओसी की आवश्यकता है, 156 प्राप्त हो चुकी हैं, 25 वन विभाग स्तर पर लम्बित हैं और 20 प्रक्रिया में हैं। एनएचएआई से 23 एनओसी की जरूरत है, जिसमें से 8 प्राप्त हैं, 10 लंबित हैं और 5 प्रक्रिया में हैं। लोक निर्माण विभाग से 350 एनओसी में से 343 प्राप्त हो चुकी हैं, 4 लम्बित हैं और 3 प्रक्रिया में हैं। उपशा से 33 में से 33 एनओसी प्राप्त हो चुकी हैं, एक भी प्रकरण लम्बित नहीं है। सिंचाई विभाग से 288 में 227 एनओसी प्राप्त हो चुकी हैं, 53 लम्बित हैं और 8 प्रक्रिया में हैं। विंध्य और बुन्देलखंड क्षेत्र के जनपदों में निर्माणाधीन पाइप पेयजल योजनाओं के लिए 872 विद्युत संयोजन की आवश्यकता है, जिसमें से विद्युत विभाग से 798 टीसी प्राप्त हुई थी, जिन्हें जमा कराया जा चुका है, विद्युत संयोजन की कार्रवाई प्रगति पर है। बैठक में जल निगम (ग्रामीण) के प्रबंध निदेशक  बलकार सिंह अन्य वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।

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