केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने भारत (India) में हो रहे ‘ब्लाइंड टी 20 क्रिकेट वर्ल्ड कप’ के लिए पाकिस्तान (Pakistan) की दृष्टिबाधित (Vision Impaired) क्रिकेट टीम के 34 खिलाड़ियों और अधिकारियों को वीजा (Indian VISA) जारी करने की मंजूरी दे दी है. इसकी मंजूरी के बाद विदेश मंत्रालय पाकिस्तानी खिलाड़ियों और अधिकारियों को वीजा जारी करेगा ताकि वे मौजूदा टूर्नामेंट के लिए भारत की यात्रा कर सकें.
इससे पहले पाकिस्तान दृष्टिबाधित क्रिकेट परिषद (PBCC) ने मंगलवार (6 दिसंबर) को बयान जारी करके दावा किया की टीम को भारतीय विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिली.
पीबीसीसी जता रहा था अफसोस
पीबीसीसी ने एक बयान में कहा, ‘‘इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से पाकिस्तान की दृष्टिबाधित क्रिकेट टीम अधर में लटक गई. इसकी पूरी संभावना थी कि मौजूदा विश्व कप का फाइनल भारत और पाकिस्तान के बीच होता और वर्तमान फॉर्म को देखते हुए पाकिस्तान के खिताब जीतने की प्रबल संभावना थी.’’
नाराज पीबीसीसी ने भारत के खिलाफ क्या कहा था?
पीबीसीसी ने नाराजगी जताते हुए यह भी कहा था, ”इस भेदभावपूर्ण कार्रवाई के विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि हम विश्व दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ से उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करेंगे ताकि भारत को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी न मिले.”
CABI ने कही थी कार्यक्रम को फिर से जारी करने की बात
पीबीसीसी ने आरोप लगाया था कि भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों को वीजा देने के लिए अपनी सरकार से गुहार लगाई थी लेकिन किसी की सुनी नहीं गई. वहीं, भारतीय दृष्टिबाधित क्रिकेट संघ (CABI) ने कहा था कि पाकिस्तान टूर्नामेंट में भाग नहीं ले पा रहा है और इसका कार्यक्रम फिर से जारी किया जाएगा. वीजा मंजूरी मिलने के बाद अब पाकिस्तान की ब्लाइंड क्रिकेट टीम वर्ल्ड कप में खेल सकेगी.
इन देशों की टीमें खेल रहीं टूर्नामेंट
यह टूर्नामेंट भारत में पांच दिसंबर को शुरू हुआ और इसका फाइनल 17 दिसंबर को खेला जाएगा. भारत, बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान की टीम इस टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही हैं. इसके मैच फरीदाबाद, दिल्ली, मुंबई, इंदौर और बेंगलुरु में खेले जाएंगे.