ईएमसीटी द्वारा संचालित निःशुल्क ज्ञानशाला में बच्चो द्वारा कबाड़ के समान से प्रोजेक्ट बनाये गये
ईएमसीटी (इथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट) द्वारा संचालित निःशुल्क ज्ञानशाला के पिछले एक हफ़्ते से वेस्ट टू वंडर की थीम पर ज्ञानशाला के बच्चो द्वारा कबाड़ के समान से प्रोजेक्ट बनाये गये थे, जिसमे बच्चो ने कूड़े में फेकी जाने वाली वस्तुओं को पुनः उपयोग में लाकर सजावट की वस्तुयें बनायी थी, बच्चो ने पुरानी चीज़ो से कई सजावट की वस्तुयें पेंटिंग, गमले इत्यादि बनाये थे, जिसका संदेश प्राकृतिक संसाधनों के अपव्यय को रोका जा सकता है और यह पर्यावरण और संसाधनों को बचाता है।
आज बिसरख एसएचओ अनिल राजपूत जी ने बच्चो के कार्य की काफ़ी प्रशंसा की उन्होंने ईएमसीटी की निःशुल्क ज्ञानशाला के वंचित वर्ग के बच्चो का मनोबल बढ़ाया, कई बच्चो का ड्रीम है पुलिस में जाना निःसंदेह इन बच्चो के लिये हमेशा एक मील का पत्थर साबित होगा और बच्चे जीवन भर इनके द्वारा बतायी बातो को हमेशा ध्यान रखेंगे। आज बच्चो को एसएचओ बिसरख द्वारा मेडल पहना कर सर्टिफिकेट प्रदान किए और हौसला बढ़ाया।
ईएमसीटी की टीम कई सालो से मज़दूर वर्ग के बच्चो को शिक्षित करने का काम कर रही हैं और आगे भी बच्चो के भविष्य के लिए हर संभव प्रयास करेगी। आज ईएमसीटी की टीम से रश्मि पाण्डेय, शीटू वर्मा, अनामिका सारस्वत, सरिता सिंह , प्रियंका सिंह, सिम्मी, मास्टर संजीव, हिमाशु राजपूत, अमित गिरी इत्यादि सदस्य उपस्थित रहे।