कौशांबी में बेटे ने प्रेमिका के साथ मिलकर की थी मां की हत्या, गिरफ्तार
कौशांबी में 9 मई की रात हुई महिला की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। हत्याकांड में पुलिस ने महिला के बेटे और उसकी मंगेतर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि बेटे ने ही मां की हत्या की थी।
बेटा सगाई होने के बाद लड़की से प्यार करने लगा। लेकिन कुछ दिन बाद महिला ने रिश्ता तोड़ दिया। इसके बाद मंगेतर और लड़के ने महिला को मारने का प्लान बनाया। फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
महिला के गले को धारदार हथियार से रेता गया था
दरअसल, पिपरी कोतवाली के मुरादपुर गांव में 6 दिन पहले सीता देवी (50) की हत्या कर दी गई थी। शव घर के बाहर चारपाई से कुछ दूर पड़ा मिला था। सीता देवी के गले को धारदार हथियार से रेता गया था। सिर पर भी गंभीर चोटों के निशान थे। महिला के शरीर से कपड़ों को भी हटा दिया गया था।
महिला के बेटे नीरज ने मामले में मंगेतर के पिता हरीलाल, प्रेमिका उसमा और अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखवाया। पुलिस ने प्रयागराज में दबिश देकर हरीलाल और उसमा को गिरफ्तार कर लिया।
अब पढ़िए प्रेमिका उसमा का कबूलनामा
उसमा ने पहले तो पुलिस को गुमराह किया। लेकिन पुलिस ने जब सख्ती की तो उसने सारा सच बता दिया। उसमा ने पुलिस को बताया, ”हमारी सगाई नीरज से हुई थी। हम दोनों बातचीत करने लगे थे। लेकिन मैं कम पढ़ी लिखी हूं। उन्हें बीए पास लड़की चाहिए थी।”
उसमा ने कहा, “इस बात की जानकारी नीरज की मां को पता चली तो उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया। मैं नीरज से बहुत प्यार करती थी, इसलिए मैंने और नीरज ने मिलकर उनकी हत्या कर दी।” उसमा से बताया, इस हत्याकांड में मेरे पिता का कोई हाथ नहीं है। मैंने और नीरज ने मिलकर सीता देवी की हत्या की है।
6 भाई-बहनों में सीता देवी का दुलारा था नीरज
उसमा के जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने नीरज को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में नीरज ने पुलिस को बताया, “मैं 6 भाई-बहनों में सबसे छोटा हूं। मेरे तीनों बहनों को शादी हो चुकी है। बड़ा भाई पंकज दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता है। बीच वाला भाई गोविंद गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करता है। मैं एमए पास हूं और मां के साथ गांव के बाहर खेतों में ही झोपड़ी बनाकर रहता था।”
उसमा से हो गया था प्यार, मां ने कर दिया इंकार
“मां ने प्रयागराज के रहने वाले हरीलाल की बेटी उसमा से मेरे रिश्ते की बात चलाई थी। इसी दौरान हम दोनों ने एक-दूसरे को देखा। उसमा का फोन नंबर ले लिया। हम दोनों के बीच बातें होने लगी। हम एक-दूसरे से प्यार करने लगे।”
नीरज ने कहा, ”फिर हमारी सगाई हुई, लेकिन सगाई के बाद ही मां ने इस रिश्ते को कैंसिल कर दिया। मैं उसमा को खोना नहीं चाहता था। मां को जब इस बात का पता चला कि मैं उसमा से रिश्ता टूटने के बाद भी बात करता हूं।
तब वो मुझसे झगड़ने लगती थी। मेरे प्यार का विरोध करती थी। इससे नाराज होकर मैं अपनी बड़ी बहन के घर चरवा चला गया था। इसी दौरान मैंने उसमा के साथ मिलकर मां को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।”
पहले चाकू से किए गर्दन पर वार, फिर ईंट से कूच दिया सिर
नीरज ने बताया, “हत्या वाली रात मैं और उसमा मुरादपुर पहुंचे। रात में मां घर के बाहर चारपाई पर सो रही थी। पहले उसकी गर्दन पर कई बार चाकूओं से हमला किया। इसके बाद उसका सिर ईंट से कूच दिया। इसके बाद उसमा को उसके घर पर छोड़ दिया और खुद बड़ी बहन के घर चला गया।”
बरामद की गई चाकू, खून से सने कपड़े
एएसपी समर बहादुर ने बताया कि हत्या वाले दिन नीरज और उसमा रात के अंधेरे में मुरादपुर आए थे। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इनके पास से हत्या में प्रयोग की गई चाकू और खून से सने कपड़े बरामद कर लिए गए हैं। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया है।